scindia family or atal bihari relation: देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई और भारत के राजपरिवार सिंधिया का रिश्ता साल 1945 में सबसे ज्यादा गहरा हुआ था क्योंकि यह वह समय था जब ज्योतिरादित्य सिंधिया के दादा जीवाजी राव सिंधिया ने अटल बिहारी की मदद की थी!
बता दें कि अटल बिहारी का जन्म ग्वालियर में हुआ था तो चलिए आज आपको बताते हैं कि वह आखिरकार क्या मदद की जो अटल बिहारी की इच्छा को पूरी करने में मददगार साबित हो गई थी?
अटल बिहारी वाजपेई की शुरुआती शिक्षा ग्वालियर के सरस्वती शिशु मंदिर से हुई थी और उनकी उच्च शिक्षा विक्टोरिया कॉलेज लक्ष्मीबाई कॉलेज बन चुका है वहां से हुई थी! वह अपनी उच्च शिक्षा का सपना पूरा करने में असमर्थ थे लेकिन ग्वालियर के उस समय के महाराज ने अटल बिहारी की मदद कर दी और उनको सिंधिया राजघराने से स्कॉलरशिप दिलवा दी!
राजमाता विजया राजे और महाराज जीवाजीराव अटल बिहारी को पहले से ही जाना करते थे और जीवाजीराव से अटल बिहारी के काफी अच्छे रिश्ते हुआ करते थे! माधवराव सिंधिया के पिता जीवाजीराव की मदद से ही अटल बिहारी ने अपने उच्च शिक्षा का सपना पूरा किया था!
हालाकी अटल बिहारी वाजपेई और माधवराव सिंधिया बनेगी एक समय में ग्वालियर में एक दूसरे के खिलाफ चुनाव में ऊठे थे लेकिन दोनों के बीच रिश्ते काफी अच्छी हुआ करते थे! माधवराव सिंधिया की नि धन के बाद भी अटल बिहारी वाजपेई उनके बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया के संपर्क में हमेशा रहते थे! वही राजमाता सिंधिया भी अटल बिहारी को अपना धर्म पुत्र मना करती थी और उनके लिए अपने बेटे के खिलाफ जाकर चुनाव प्रचार भी किया था!