Mayawati regrets seeing elections approaching, this time I will not put up any memorial-statue: अगले साल 2022 में उत्तर प्रदेश के विधानसभा के चुनाव होने हैं और उससे पहले उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती का कहना है कि यदि वह साल 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश चुनाव में सरकार बनाते हैं तो वह फिर ना तो कोई समाधान बनाएगी और ना ही कोई मूर्ति लगाएगी! उनका कहना है कि वह बस अब उत्तर प्रदेश की सूरत को बदलेगी! वही ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री रहते हुए अपने कार्यकाल में मायावती ने कई पार्क और स्मारक बनवाए थे यहां तक कि उन्होंने खुद की मूर्ति भी लगवा दी थी!
वही गौरतलब है कि सीएजी की एक रिपोर्ट के अंदर यह बताया गया था कि इन स्मारकों के निर्माण पर 66 करोड रुपए मायावती सरकार ने खर्च किए थे यहां तक कि साल 2010 में मायावती की सरकार ने मूर्तियों की सुरक्षा के लिए एक विशेष पुलिस बल की योजना को भी मंजूरी दे दी थी अब ऐसे में मायावती के इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर प्रतिक्रिया आ रही है!
ऐसे में प्रतीक शर्मा ने लिखा है कि हम तो बेवकूफ है ना जैसे 4 साल से चुपचाप बैठी हो कोरोनावायरस काल में एक आदमी की मदद नहीं की तुमने और चुनाव का समय आया तो अपने महल से बाहर निकलकर प्रदेश का विकास करेगी कोई बेवकूफ ही होगा जो आप पर विश्वास कर ले!
वही है हनी उसने कहा है कि बहुत देर कर दी आपने लोगों की जरूरत को समझने में! वही विक्रम चौधरी लिखते हैं कि अब पछताए क्या होत जब चिड़िया चुग गई खेत!