Is China making a master plan to capture Arunachal Pradesh? Know what is the mission of 2040 China: पिछले कुछ समय से भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है वहीं चीन है कि अपनी हरकतों से बाज ही नहीं आ रहा है उसने हाल ही में उत्तराखंड के अंदर घुसने की कोशिश की थी और अब खबर यह आ रही है कि उत्तराखंड के बाद उसने एक बार फिर से बाहर से क्षेत्र के अंदर घुस पैठ करने की कोशिश की है इस बार चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी के निशाने पर भारत का अरुणाचल प्रदेश रहा है जिसे वह अपना दक्षिणी तिब्बत बताता रहा है!
बताया तो यह जा रहा है कि पिछले दिनों अरुणाचल प्रदेश में चीन के करीब 200 सैनिक तिब्बत की तरफ से आए! एलएसी पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच काफी देर तक झ ड़प भी हुई है! चीन अरुणाचल प्रदेश को लेकर लगातार तैयारियां बढ़ा रहा है! यही नहीं बल्कि सरकार के लिए दुष्प्र चार करने वाली बीजिंग की न्यूज़ वेबसाइट सोहु ने दावा किया था कि चीन साल 2040 तक अरुणाचल प्रदेश पर कब्जे की तैयारी कर रहा है!
न्यूज़ वेबसाइट ने यह लेख साल 2013 में लिखा था लेकिन पिछले कुछ दिनों में चीन के सोशल मीडिया पर यह वायरल हो गया था इसके अंदर कहा गया है कि चीन 2020 से लेकर 2060 के बीच ताइवान, भारत, जापान और रूस से सैन्य मुठ भेड़ करने की तैयारी कर रहा है! इसके अंदर यह भी कहा गया है कि चीन का मकसद साल 2025 तक ताइवान पर कब्जा कर लेना है और चीनी सरकार का गुणगान करने वाला यह लेख चर्चा का विषय बना हुआ है! इस रिपोर्ट के अंदर यह भी कहा गया है कि साल 2035 से 2040 के बीच अरुणाचल प्रदेश को फिर से जीतने का प्रयास किया जाएगा!
वही इस रिपोर्ट में खुलेआम सुझाव भी दिया गया है कि चीन भारत के कई टुकड़े करने को एक रणनीति के रूप में इस्तेमाल कर सकता है और यदि वह फेल हो जाता है तो भारत और पाकिस्तान को कश्मीर के मुद्दे पर यु द्ध के लिए उकसा सकता है! भारतीय सेना जब पाकिस्तान से कश्मीर को बचाने के लिए प्रयास कर रही होगी उस समय चीन अरुणाचल प्रदेश पर कब्जा कर लेगा!
न्यूज़ वेबसाइट का कहना है कि चीन सबसे पहले ताइवान की सरकार को एकीकरण के लिए चेतावनी देकर साल 2020 से 2025 के बीच ताइवान के साथ जं ग के लिए जा सकता है इसके अंदर कहा गया है कि यदि अमेरिका और जापान हस्तक्षेप नहीं करते हैं तो ताइवान के साथ जं ग 3 महीनों तक खींच सकती है! चीन के राष्ट्रपति लगातार ही ताइवान को परिणाम भुगतने की धम की दे रहे हैं तो वहीं अमेरिका लगातार ताइवान की सेना को प्रशिक्षण और हथि यार दे रहा है!