अभी हाल ही में खबर ऐसी सामने आई थी कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर तालिबान ने अपना कब्जा कर लिया है और वही इस बीच यह भी खबर सामने आई कि काबुल में ही एक बड़ा मामला हो गया जिसके बाद से चर्चा बस उसी मामले की हो रही है! दरअसल हम बात कर रहे हैं काबुल में हुए हम ले की! अब वही काबुल एयरपोर्ट पर हुए हम ले को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है! दरअसल ब्रिटेन के मंत्री जेम्स हीपी ने सोमवार को सुबह ही अपने इंटरव्यू में कहा था कि उनको पहले ही वह लाइन लिखकर भेज दी गई थी जो कहो एयरपोर्ट पर हमला होने के बाद उन्हें मीडिया के सामने पढ़ ली थी अमेरिका और ब्रिटेन ही नहीं ना तो देशों की सेना को भी इस हम ले का अ लर्ट 24 घंटे पहले ही मिल गया था!
लेकिन वही खुद को दुनिया का सुपर पावर बताने वाले इन पश्चिमी देशों में एयरपोर्ट के गेट बंद करने और अलर्ट जारी करने से ज्यादा कुछ नहीं किया है इन देशों ने यह जानते हुए हजारों नागरिकों को बाहर छोड़ दिया जहां हम ले की सूचना इन्हें पहले से मिल गई थी! इसके जिम्मेदार आईएसआईएस खुरासान ने ली है यह संगठन की ही एक शाखा है इसमें खुरासान का मतलब गजवा ए हिंद से है यानी भारत में इस्ला मिक राज्य स्थापित करना!
यह संगठन तालिबान से भी ज्यादा इस्लाम पर विश्वास रखता है और मानता है कि असली जि हाद वह लोग कर रहे हैं तालिबान नहीं! इसलिए इस संगठन के द्वारा किए गए इन हम लों के पीछे दो मकसद हो सकते हैं पहला मकसद तो अमेरिका को चुनौती देना हो सकता है जिसने इस तरीके के संगठनों को खत्म करने के लिए 20 साल तक ल ड़ाई लड़ी है इसलिए आज बड़ा सवाल यह है कि क्या अमेरिका जैसा देश इस हम ले के बाद भी एयरपोर्ट के अंदर छुप कर बैठा रहेगा या फिर कोई कार्यवाही करेगा?
वही इसका दूसरा मकसद है तालिबान को चुनौती देना है जो यह मानता है कि पूरे अफगानिस्तान पर केवल उसी का अधिकार है लेकिन इस तरीके के संगठन हम ला करके उसे बता रहे हैं कि वह भी अफगानिस्तान में सक्रिय हैं और कभी भी ऐसे कामों को अंजाम दे सकते हैं हालांकि इसे अफगानिस्तान का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि आतं कियों के बीच इस लड़ाई में वहां के बेगुनाह लोग फंसे हुए हैं और पूरी दुनिया बेशर्मी से यह सब हुए देख रही है!