अगर भारतीय जनता पार्टी के बारे में बात करें तो पार्टी हमेशा से ही सत्ता के समीकरण साधने में काफी होशियार और तेज माने जाते हैं और इस बात में कोई भी संशय नहीं है यदि हम अभी की भी बात करें तो बीजेपी हर एक वोट बैंक को अपने विभिन्न पत्रों की मदद से अपनी तरफ करना चाहते हैं और चाहे इस बात को कितना भी नकारा क्यों न जाए कि जाति वाद राजनीति में अधिक महत्व नहीं रखता है लेकिन इसके मायने नतीजों में हमेशा ही देखने को मिल जाते हैं और अब हाल ही में बीजेपी ने इस पर एक बड़ा दांव भी खेल दिया है जो काफी बड़ा गेम चेंजर हो सकता है!
दरअसल राजस्थान के चुनाव की बात करें तो 1 साल से भी कम का समय रह गया है और इसके ठीक पहले ही यहां पर रहने वाले जाट समुदाय को बीजेपी ने खुश कर दिया है क्योंकि उनके समुदाय से आने वाले झुंझुनू के लोकप्रिय नेता जगदीप धनखड़ देश के उपराष्ट्रपति बन चुके हैं जो कि अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है!
वही इसका मतलब तो कुछ ऐसा भी देखा जा रहा है कि सोशल मीडिया पर दिखाई देने वाले ग्रुप और व्हाट्सएप ग्रुप में इस समुदाय से जुड़े हुए लोगों ने जगदीप धनखड़ की तस्वीरें भी वायरल की है और उनको देखकर दूसरे सबसे सर्वोच्च पद पर उनको देखकर लोगों में काफी उत्साह भी है और इससे बीजेपी ने इस समुदाय में अपनी एक सॉफ्ट और बेहतर इमेज बना ली है!
वहीं अगर आज के समय में बात करें तो जातीय समुदाय की ऐसे में राजस्थान के चुनाव में जाटों की काफी अहम भूमिका होती है यह न केवल राज्य की आबादी का 12% है बल्कि 50 से भी अधिक विधानसभा की सीटों में इनकी अहम भूमिका भी होती हैं हालांकि अभी तक बीजेपी को जीतने के लिए अन्य समुदाय जैसे कि राजपूत गुज्जर और दलित में अपनी पैठ बनानी भी आवश्यक है कि ब्राह्मण और बनिया समुदाय लंबे समय से ही राजस्थान में बीजेपी का वोट बैंक माना जाता रहा है मगर आने वाले समय में कुछ ऐसा कहा भी नहीं जा सकता!