हाल ही में भारत की सरकार के द्वारा नागरिकता संशोधन कानून को लाया गया जिसके चलते अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता दी जानी थी लेकिन उस समय तो इस कानून का जमकर विरोध किया गया था और अब जब अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा हो चुका है और वहां पर फंसे हुए कुछ हिंदू और सिख लोग हैं तो अब सब लोग चिल्ला रहे हैं कि उनको वापस बुला ली जाए और भारत की नागरिकता दी जाए!
इसी कड़ी में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह थे जो कि भारत के द्वारा लाए गए नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे थे और अब उनका कहना है कि मैं भारत सरकार तथा विदेश मंत्री एस जयशंकर से मांग करता हूं कि स्थान में तालिबान का कब्जा हो जाने के बाद वहां के गुरुद्वारे में फंसे 200 समेत भारतीयों को राहत बचाव के अंतर्गत भारत लाने का प्रयास किया जाए हमारी सरकार इस मामले में उनका पूरा सहयोग करेगी!
वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अफगानिस्तान का तालिबान हमारे देश के लिए कोई अच्छा संकेत नहीं है इससे पाकिस्तान और चीन के संबंधों को भारत के खिलाफ काफी मजबूती मिलेगी! चीन ने पहले ही उइगर मुस्लिमों को लेकर मलेसिया की मदद मांगी है यह अच्छे संकेत नहीं है अब हमें सीमा पर और सचेत रहने की आवश्यकता है!
यही नहीं बल्कि पंजाब के मुख्यमंत्री मोदी सरकार से सवाल ही कर रहे हैं कि सरकार ने अफगानिस्तान में फंसे हुए भारतीयों को निकालने के लिए क्या कदम उठाए हैं? यही नहीं कांग्रेस ने भी सवाल उठाए हैं कि अभी तक भारत की सरकार अपने राजनयिकों को अफगानिस्तान से बाहर क्यों नहीं निकाल पा रही है?
वही आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जो लोग आज मांग कर रहे हैं वही पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सिखों को नागरिकता का अधिकार देने वाले केंद्रीय कानून नागरिकता संशोधन कानून के विरोध पंजाब की विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया था!
I am seriously concerned that #CAA can be easily misused for infiltrating into the country, particularly in border states like Punjab. It’s a potential threat to national security @rsprasad Ji. Does the @BJP4India led central govt even know what it's doing? 2/2
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) January 3, 2020