देश के सबसे बड़े अधिकारी जनरल बिपिन रावत हमारे बीच नहीं रहे! वही बता दें कि तमिलनाडु में हेलीकॉप्टर क्रैश में जनरल बिपिन रावत समेत 13 लोगों का निधन हो गया! जो कि अपने आप में काफी अधिक तकलीफ से भरा हुआ और लोगों को दुखी करने वाला है! वहीं दूसरी और लोग भी काफी अधिक चिंतित है और अभी के लिए यह बात सोचने वाली भी है कि आखिरकार देश में लगातार इस तरीके की घटनाएं आखिर क्यों हुई है?
आज के समय में भारत के पास सबसे पहली जरूरत यह है कि वह समय से ज्यादा इस्तेमाल किए जा चुके 320 हेलीकॉप्टर को तुरंत रिप्लेस कर दें क्योंकि वह आज के समय में भी कमीशन करने की हालत में पहुंच चुके हैं वहीं आज भारत के पास लगभग 70% हेलीकॉप्टर की फ्लीट 3 दशक से पुरानी है और बची हुई 30% फ्लीट हेलीकॉप्टर तो 50 साल से भी अधिक पुराने हो चुके हैं!
वही आज के समय में भारत की सेना में और एयरपोर्ट में सबसे अधिक चलने वाले चेतक और चीता चौक पर भी बहुत अधिक अच्छी हालत में नहीं है और इसके कारण से ऐसी कई बड़ी और पूरी घटनाएं भी देखने को मिल जाते हैं पिछले एक दशक के अंदर भारत ने कुल 19 जवानों को इन हेलीकॉप्टर की खस्ता हालत के चलते अपनी जा न ग वानी पड़ी है और अब इनको रिप्लेस करने की जरूरत महसूस होती है!
जनरल बिपिन रावत के मामले पर सरकार गंभीर
जनरल बिपिन रावत के साथ जो भी घटना घटित हुई है उससे अब एक बात तो जगजाहिर हो चुकी है कि पुरानी टेक्नोलॉजी पर आधारित हेलीकॉप्टर उड़ाने का समय और दो अब खत्म हो चुका है और भारत को चाहिए कि नई टेक्नोलॉजी से लैस विमान जल्दी ही खरीदी जाए! और इसी के कारण भारत ने रूस के साथ में एक बिलियन डॉलर की डील को भी कैंसिल कर दिया है और सीधे डायरेक्ट परचेज करने की बात कही है जो भारत में सेना और एयरफोर्स के लिए तुरंत प्रभाव से हेलीकॉप्टर की कमी की पूर्ति हेतु कारगर साबित रहेंगे!