8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश में नोटबंदी की घोषणा के बाद लोगों का रुझान अचानक से डिजिटल पेमेंट की ओर हो गया। वहीं डिजिटल पेमेंट की बढ़ती मांग को देखते हुए विमुद्रीकरण के कुछ साल बाद गूगल ने अपनी पेमेंट सर्विस जी पे यानी गूगल पे को पेश किया, जिसका लोगों ने बहुत तेजी से इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। वहीं, अब डिजिटल पेमेंट में हो रहे साइबर फ्रॉड को देखते हुए आरबीआई जल्द ही गूगल पे में नया नियम लाने जा रहा है। दरअसल, आरबीआई ने गूगल पे को लेकर एक नया नियम शुरू किया है, जो 1 जनवरी 2022 से लागू होने जा रहा है, जिसके बारे में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने निर्देश दिए हैं।
दरअसल, 1 जनवरी से गूगल पर ट्रांजेक्शन में बदलाव होने जा रहा है। आरबीआई के नए नियमों के मुताबिक, गूगल पे ऐप के इस्तेमाल पर आपको अपने कार्ड की डिटेल नहीं देनी होगी, बल्कि हर ट्रांजैक्शन पर आपको अपने कार्ड की जानकारी डालनी होगी यानी आपको हर बार कार्ड की डिटेल्स भरनी होगी। पहले गूगल पे का इस्तेमाल करने के लिए कार्ड की डिटेल्स भरनी होती थी, जिसे गूगल अपने सर्वर में सेव करता था।
अब आप अपना कार्ड विवरण दर्ज करके केवल एक बार मैन्युअल भुगतान कर पाएंगे। वहीं दोबारा पेमेंट करने के लिए आपको अपने कार्ड की डिटेल दोबारा डालनी होगी। ऐसे बदलावों से आरबीआई ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि संवेदनशील जानकारी लीक न हो और बढ़ती साइबर धोखाधड़ी की घटनाओं पर अंकुश लगे।
जहां तक सुरक्षा की बात है तो गूगल ने शुरुआत में आश्वासन दिया था कि इसे मल्टी-लेयर सिक्योर बनाया गया है। आप इसे Google पिन और फ़िंगरप्रिंट से सुरक्षित रख सकते हैं। खास बात यह कही जा सकती है कि यह ऐप खासतौर पर भारत के लिए बनाया गया था और यह लगभग सभी बड़े बैंकों के साथ काम करने में सक्षम है। वहीं, कंपनी ने इसके इस्तेमाल में रिवॉर्ड पॉइंट भी दिए हैं।