हाल ही में Boston Consulting Group की खबर के मुताबिक भारत की रिटेल बाजार 2025 तक 1.3 लाख डॉलर यानी 97 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगी. इसमें से आधा शेयर फूड ऑफ ग्रॉसरी इसका रहेगा और यही सबसे बड़ी वजह है कि कंपनियां इसे हथियाने में अपनी एड़ी चोटी का जोर लगा रही हैं.
सूत्रों के अनुसार भारतीय रिटेल मार्केट में दबदबा कायम करने के लिए कई कंपनियां जी तोड़ मेहनत कर रही हैं. लेकिन इन सबके बीच मुख्य मुकाबला एशिया के सबसे बड़े अमीर इंसान मुकेश अंबानी की जिओमार्ट, जेफ बेजोस की अमेजॉन और वॉलमार्ट के निवेश वाली फ्लिपकार्ट के बीच है. लेकिन हाल ही में यह पता चला है कि अब मुकेश अंबानी को व्हाट्सएप का साथ मिल चुका है.
बता दें कि एक रिपोर्ट के मुताबिक व्हाट्सएप के इस्तेमाल के जरिए भी जियोमार्ट के ग्रॉसरी मंगा आ सकते हैं. इसके लिए उन्हें व्हाट्सएप पर नए tap and chat ऑप्शन का इस्तेमाल करना होगा. मजेदार इसमें डिलिवरी फ्री है और मिनिमम ऑर्डर वैल्यू का कोई झंझट नहीं है. ग्राहक इसके जरिए फल, सब्जी, अनाज, टूथपेस्ट और कई सारी चीज है मंगा सकते हैं. खास बात यह है कि कस्टमर एप में शॉपिंग बास्केट्स फिल कर सकते हैं और जियोमार्ट के जरिए पेमेंट कर सकते हैं. ऑर्डर मिलने पर भी कैश पेमेंट किया जा सकता है.
टेलीकॉम सेक्टर में मचा तहलका
तेरे सेक्टर के विश्लेषकों के अनुसार अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने देश में जियो लाकर टेलीकॉम सेक्टर में तहलका मचा दिया था. अब फिलहाल अंबानी देश के ई-कॉमर्स क्षेत्र में भी पाने के लिए अपना काम कर रही है. बता दें कि 19 महीने पहले मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक (Meta Platforms Inc.) ने रिलायंस की कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स में करीब 6 अरब डॉलर का निवेश किया था. Meta Platforms Inc. को पहले फेसबुक इंक (Facebook Inc.) के नाम से जाना जाता था.
इस रेस में कौन कौन शामिल
हाल ही में रिलायंस ने अपना सस्ता स्मार्टफोन बाजार में उतार कर एक बड़ी हिस्सेदारी को कब्जा करने में सफलता हासिल की है गौरतलब है कि इस फोन को गूगल के साथ मिलकर बनाया गया है. जिसमें जिओमार्ट और व्हाट्सएप पहले से ही रहेगा. गौरतलब है कि इस बार रेस में रिलायंस इंडस्ट्रीज, अमेजॉन और वॉलमार्ट के अलावा Grofers, Dunzo, Swiggy, Bigbasket और Zepto भी शामिल है.