रिटायरमेंट के बाद यह स्कीम आपको बना सकती है करोड़पति, मात्र इतने रुपए से करें निवेश की शुरुआत

रिटायरमेंट के बाद या फिर बुढ़ापे में पैसों की चिंता सभी को होती है. ऐसे में अगर आप अपने बुढ़ापे को भी आर्थिक रूप से मजबूत रखना चाहते हैं तो आप उसकी तैयारी आज ही से कर देना चाहिए.

कहने का अर्थ यह हुआ कि आपको नौकरी के शुरुआती समय से ही निवेश को समझ लेना चाहिए. जिससे आपका बुढ़ापा या रिटायरमेंट के बाद का जीवन सुखी रूप से बीत सके. यहां हम आपको ऐसे ही कुछ तरीके बताने वाले हैं जिससे आप अपना बुढ़ापा किया रिटायरमेंट बाद का जीवन सुखी बना सकते हैं.

पेंशन का इंतजाम रिटायरमेंट के बाद या बुढ़ापे के लिए सेविंग बनाने के लिए आपको एक ऐसा निवेश करने की जरूरत है जिसमें आपको रिटर्न अच्छा मिले और शेयर मार्केट में जोखिम भी ना हो. आप सभी एसआईपी यानी कि सरल भाषा में कहें तो सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के बारे में जानते ही हैं जिसमें आप हर महीने कुछ छोटी मात्रा पैसा निवेश करते हैं. लेकिन इसके ठीक उलट एसडब्ल्यूपी यानी सिस्टमैटिक विड्रोल प्लान के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें आपको हर महीने रकम मिलेगी इसे आप पेंशन ही समझ सकते हैं. तो उसे दूसरी भाषा में या सरल भाषा में अनशन हम आपको बताते हैं कि कैसे 20 साल तक हर महीने 5 साल तक हर महीने के लिए ₹30000 का इंतजाम कर रहे हैं.

सिस्टेमैटिक विद्ड्रॉल प्लान (SWP) के जरिये निवेशक एक तय राशि म्यूचुअल फंड स्कीम से  पाते हैं. यह खुद निवेशक तय कर सकता है कि उसे किस तरह पैसे निकालने हैं, सप्ताह में एक बार, महीने में, 3 महीने में, 6 महीने या सालाना आधार पर पैसा निकाला जा सकता है. एक साथ पैसा लगाने की जगह पर महीने महीने के निवेश पर पर निवेश करने की सुविधा प्राप्त होती है. इस स्कीम में हर महीने कितना इन्वेस्ट करना है खुद निवेशक ही तय करता है इसका सबसे बड़ा फायदा होता है.

20 साल तक SIP

मंथली SIP – 5000 रुपये

अवधि – 20 साल

अनुमानित रिटर्न – 12 परसेंट

कुल वैल्यू – 50 लाख रुपये

अब SWP के लिए इस 50 लाख रुपये को अलग अलग स्कीम्स में डाल दिए. अनुमानित रिटर्न 8.5 परसेंट है तो आपको मंथली 35 हजार रुपये पेंशन के तौर पर मिलेंगे.

20 साल की SWP

अलग-अलग स्कीम में निवेश – 50 लाख रुपये

अनुमानित रिटर्न – 8.5 परसेंट

सालाना रिटर्न – 4.25 लाख रुपये

मंथली रिटर्न – 4.25 लाख/12= 35417 रुपये

एसडब्ल्यूपी(SWP) के फायदे –

यह एक रेगुलर निकासी है. इसमें स्कीमों से यूनिटों का रिडेंप्शन होता है अगर एक समय बाद सरप्लस बढ़ता है तो आपको मिल जाता है. इसमें वैसे ही टैक्स लगेगा जैसे इक्विटी और डेट फंड मे लगता है, और इसकी होल्डिंग भी 12 महीने से अधिक की नहीं होती है. अगर आप कहीं निवेश कर रहे हैं तो SWP के विकल्प को एक्टिवेट कर सकते हैं.

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