पंजाब कांग्रेस में शुरू हुआ सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. कैप्टन अमरिंदर सिंह के कांग्रेस छोड़ने, सिद्धू के इस्तीफे और बाद में इस्तीफे पर इस्तीफे की अफवाहें… मंगलवार से शुरू हुआ पंजाब कांग्रेस का सियासी ड्रामा गुरुवार को भी जारी है। इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और समूह 23 के नेताओं में से एक कपिल सिब्बल ने पार्टी के नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं।
कपिल सिब्बल ने कहा कि पार्टी को अब सोचना होगा कि आखिर लोग कांग्रेस क्यों छोड़ रहे हैं? अगर पार्टी बिना अध्यक्ष के चल रही है तो आखिर पार्टी के फैसले कौन ले रहा है। इतना ही नहीं कपिल सिब्बल ने कांग्रेस कार्यसमिति की जल्द से जल्द बैठक बुलाने की मांग की है. वहीं सिब्बल के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद ने भी पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने मांग की है कि कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक जल्द से जल्द बुलाई जाए.
In our party, there is no president so we don't know who is taking these decisions. We know & yet we don't know: Congress leader Kapil Sibal in Delhi pic.twitter.com/b5nrdktyZT
— ANI (@ANI) September 29, 2021
दरअसल, सिद्धू के इस्तीफे के बाद से कांग्रेस में कोह राम मचा हुआ है. कांग्रेस नेता इशारों-इशारों में एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। इस पर कपिल सिब्बल ने पूछा कि जब पार्टी में अध्यक्ष नहीं है तो फैसला कौन ले रहा है।
उन्होंने कहा, ‘हमारे लोग हमें छोड़ रहे हैं। सुष्मिता देव पार्टी छोड़कर चली गईं। जितिन प्रसाद को मंत्रालय मिला। कांग्रेस के कई नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। सवाल उठता है कि वे क्यों जा रहे हैं। हमसे जरूर कोई गलती हुई होगी तो ये सभी पार्टी छोड़ रहे हैं।
कपिल सिब्बल ने कहा कि लोग पार्टी क्यों छोड़ रहे हैं, इस पर खुली बातचीत की जरूरत है. हम अभी कांग्रेस को कमजोर होते नहीं देख सकते, हम कब तक इंतजार करते रहेंगे।
I believe that one of my senior colleagues has perhaps written or is about to write to Congress president to immediately convene a CWC so that a dialogue can take place as to why we are in this state: Congress leader Kapil Sibal in Delhi pic.twitter.com/kKqQRw99di
— ANI (@ANI) September 29, 2021
कांग्रेस क्यों छोड़ रहे हैं हमारे नेता-कपिल सिब्बल
हालांकि कपिल सिब्बल ने अपने बयान के अंत में कहा कि मैं पार्टी के खिलाफ नहीं बोल रहा हूं। किसी व्यक्ति का विरोधी नहीं हूं। पंजाब में जो घट नाएं हुईं हम उस पर भी चुप रहे। हमने यही कहा कि ये बात पब्लिक प्लेटफार्म पर नहीं बल्कि पार्टी फोरम में होनी चाहिए।
#WATCH | We (leaders of G-23) are not the ones who will leave the party & go anywhere else. It is ironic. Those who were close to them (party leadership) have left & those whom they don't consider to be close to them are still standing with them: Congress leader Kapil Sibal pic.twitter.com/q5RP2cUQKN
— ANI (@ANI) September 29, 2021
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस का नुकसान होना मतलब देश की नींव का कमजोर होना है।’ सिब्बल ने कहा कि सुष्मिता देव, फेलेरो, जितिन प्रसाद, सिंधिया, अभिजीत मुखर्जी, ललितेश त्रिपाठी जैसे नेता पार्टी छोड़कर चले गए। ये लोग क्यों छोड़ कर जा रहे हैं?
हम ‘जी हुजुर 23’ नहीं हैं,- कपिल सिब्बल
पंजाब में पैदा हुए सियासी बवाल पर कपिल सिब्बल ने कहा कि वे पंजाब पर कुछ नहीं बोलना चाहते लेकिन पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है। ISI और पाकिस्तान इसका फायदा उठा सकते हैं जो बड़े मुद्दे हैं उसको लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बात करनी चाहिए। संवाद जारी रहना चाहिए। मैं उन कांग्रेस नेताओं की तरफ से बोल रहा हूं जिन्होंने पिछले साल अगस्त में कांग्रेस वर्किंग कमेटी और सेंट्रल इलेक्शन कमेटी को पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिए चिट्ठी लिखी थी और हम अभी तक इसका इंतजार कर रहे हैं। हम ‘जी हुजुर 23’ नहीं हैं, हम अपनी बात रखते रहे हैं और आगे भी रखते रहेंगे।
#WATCH | A border state (Punjab) where this is happening to Congress party means what? It is an advantage to ISI and Pakistan. We know the history of Punjab and the rise of extremism there… Congress should ensure that they remain united: Congress leader Kapil Sibal in Delhi pic.twitter.com/KUc5j0YovH
— ANI (@ANI) September 29, 2021
#WATCH | We are not “Jee Huzoor 23”. It is very clear. We will keep talking. We will continue to reiterate our demands: Congress leader Kapil Sibal, one of the 23 party leaders who wrote a letter to Congress president last year, demanding a slew of organizational reforms pic.twitter.com/JIy4HYqHeT
— ANI (@ANI) September 29, 2021
दरअसल कांग्रेस पार्टी का इस वक्त कोई अध्यक्ष नहीं है। राहुल गांधी के कांग्रेस पद से इस्तीफ़ा देने के बाद सोनिया गांधी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष हैं लेकिन पार्टी के पास कोई फुल टाइम अध्यक्ष नहीं है। कांग्रेस के कई नेता इस बात से भी नाराज है कि जब कोई पार्टी का अध्यक्ष ही नहीं है तो वे अपनी बात बताएं तो बताएं किसे? यही वजह है कि पार्टी के कई बड़े नेता भी गांधी परिवार से नाराज है और इसी तरह समय-समय पर उनकी नाराजगी सामने आती रहती हैं।