बिहार की राजनीति में कुछ उठापटक चल रही थी वो भी जनगणना को लेकर! दरअसल, बिहार में जाति के आधार पर जनगणना करने की मांग को लेकर सियासत हुई थी! जिसको लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत कुल 11 नेताओं का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात किया था!
इतना ही नहीं बल्कि अलग-अलग यह नेता प्रधानमंत्री से मिलकर उनके सामने जाति आधारित जनगणना को लेकर अपना पक्ष रखें और इस मुलाकात को साउथ ब्लॉक के प्रधानमंत्री के दफ्तर पर किया गया था! यानी कि साफ लफ्जो में बिहार के नेता यह चाहते थे कि जनगणना हो तो जाति के आधार पर हो! लेकिन केंद्र की सरकार इससे पूरी तरीके से उलट थी!
सरकार का मानना था कि जाति के आधार पर जनगणना नहीं की जाएगी और अब इसी को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ गई है! दरअसल खबर यह है कि 2021 की जनगणना जाति के आधार पर नहीं होने वाली है केंद्र ने शपथ पत्र के माध्यम से देश की सर्वोच्च न्यायालय को यह बताया है! यानी कि साफ़ देखा जाए तो भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जो मांग थी उस मांग को नकारते हुए केंद्र सरकार ने जाति के आधार पर जनगणना करने से मना कर दिया है!
2021 की जनगणना में जातिवार जनगणना नहीं होगी। केंद्र ने शपथपत्र के माध्यम से सर्वोच्च न्यायालय को बताया। भाजपा के सहयोगी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मांग की थी।
— Akhilesh Sharma (@akhileshsharma1) September 24, 2021