कांग्रेस शासित प्रदेश पंजाब के अंदर फिलहाल सब कुछ सही नहीं चल रहा है क्योंकि पंजाब के मुख्यमंत्री रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है जिसके बाद से अटकले तो लगाई जा रही थी कि अब अमरिंदर सिंह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं?
लेकिन वहीं खबर यह भी सामने आ रही है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद अब पंजाब के अगले मुख्यमंत्री के रूप में अंबिका सोनी का नाम सबसे आगे चल रहा था पंजाब के हाईकमान भी उनके हाथों में ही पंजाब की कमान को सौंपना चाहता है अंबिका सोनी पर ही 50 सालों से राजनीति में है!
पंजाब में सीएम पद की रेस में अंबिका सोनी सबसे आगे! कभी भी हो सकता है नाम का ऐलान!
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) September 19, 2021
हालांकि बताया यह भी जा रहा है कि खुद अंबिका सोनी ने मुख्यमंत्री बनने से इंकार कर दिया है लेकिन आखिर ऐसा क्यों हुआ? दरअसल कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद 2 नाम सबसे आगे चल रहे थे इनमें से एक नाम था अंबिका सोनी और दूसरा नाम था सुनील जाखड़ का बताया तो यह जा रहा है कि सिद्धू खेमे की ओर से सुनील जाखड़ के नाम पर आपत्ति जताई गई जिसके बाद अंबिका सोनी का मुख्यमंत्री बनना लगभग तय हो गया था हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री के पद को ठुकरा दिया है!
सूत्रों ने बताया है कि अंबिका सोनी ने कांग्रेस के आलाकमान को मुख्यमंत्री बनने से यह कहते हुए मना कर दिया कि वह मुख्यमंत्री बनना चाहती हैं! वहीं उन्होंने पंजाब का मुख्यमंत्री कोई सिख समुदाय का हो यह बात कहि हैं! उनका कहना है कि पंजाब में सिख नहीं होगा तो और कौन होगा अंबिका सोनी का यह भी कहना है कि वह पार्टी की लॉयल है और सम्मान करती है लेकिन वह मुख्यमंत्री पद नहीं संभालना चाहती!
वही आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अंबिका सोनी ने साल 2015 में स्मृति ईरानी पर जवाब देते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चापलूसी के कारण स्मृति ईरानी के पास उनके मानव संसाधन विकास मंत्रालय के लिए समय नहीं बचता है!