यह तो आप सबको मालूम ही होगा कि लद्दाख के बाद भारत और चीन दोनों के बीच में व्यापार को लेकर कशमकश चल रहे हैं वह इस कारण से बहुत सारे फैसले ऐसे भी ले जा रहे हैं जो अपने आप में जरूरी भी माने जा सकते थे अगर बात करते हम आज की समय की तो दोनों ही देश के दूसरे के खिलाफ कई फैसले ले रहे हैं जिससे कि सामने आने वाली अति को रोका जा सके और इस मामले में भारत काफी आगे निकल चुका है क्योंकि हाल ही में भारत में एक बड़ी चीज पकड़ में आई है!
हाल ही में वाणिज्य मंत्रालय ने प्रधानमंत्री मोदी से यह सिफारिश कर दी कि चीन के द्वारा भारत को की जाने वाली विटामिन सी की दवाइयां आदि के निर्यात पर एंटी डंपिंग ड्यूटी लगा दी जाए इस पर हर साल अरबों खरबों रुपए यह लोग गलत तरीके से भारत में समान को डंप करके कमा रहे हैं और अब इसको रोकने की आवश्यकता है इससे चीन की कंपनियां बड़ा मार्केट हो सकती है!
यदि चीन की कंपनियों के समान को महंगा किया जाता है और उन पर ड्यूटी भर जाती है तो फिर से सीधे तो वह भारत की लोकल कंपनियां जैसे सिप्ला आदि को फायदा होगा और उनके विटामिन अधिक मात्रा में बिकेंगे! वहीं चीन की कंपनियां जिस का अधिकतर सामान इन दिनों यूरोप और भारत में बिक रहा है वह रुक जाएगा!
ऐसे में अभी के लिए केवल विटामिन की गोलियों से यह शुरुआत की जा रही है जो कि अरबों रुपए की है तो सोचिए पूरे फार्मा इंडस्ट्री को ही भारत में आने से रोका जाए तो चीन को कितनी चो ट लग सकती है और भारत की लोकल कंपनियों को कितना फायदा हो सकता है?