Afganistan Pundit Rajesh Kumar Statement: इन दिनों अफगानिस्तान में तालिबान के चलते जो कुछ हो रहा है उसके बाद अब लाखों लोग अपने वतन को छोड़ कर वहां से जा रहे हैं! यही नहीं बल्कि भारत में कुछ अफगान नागरिक जोकि जेएनयू में पढ़ते हैं वह भी अपने वतन वापस नहीं लौटना चाह रहे हैं! लेकिन ऐसे में पंडित राजेश कुमार नामक एक हिंदू भी ऐसे हैं जो कि अफगानिस्तान के मंदिर में सेवा करते हैं और वह अपने भगवान को छोड़कर कहीं और नहीं जाना चाहते हैं!
एक तरफ जहां अफगानिस्तान से लाखों लोग पलायन कर रहे हैं तो वहां के राष्ट्रपति अब्दुल गनी भी अपना मुल्क छोड़ कर जा चुके हैं क्योंकि 15 अगस्त के दिन अफगानिस्तान पर तालिबान ने अपना अधिकार जमा लिया है! तो ऐसे में साबुन के रतन नाथ मंदिर की सेवा में बरसों से लगे हुए पंडित राजेश कुमार का कहना है कि उनके पूर्वज इस मंदिर में सेवा क्या करते थे यदि तालिबान यहां आकर उन्हें मा र भी देता है तो भी वह इसे भगवान के चरणों में अपनी सेवा समझेंगे!
जिस देश का राष्ट्रपति खुद डर के मारे भाग गया हो वहां #हिन्दू_पुजारी इतना कहने की हिम्मत रखता है,
ये बात है,इसलिए हस्ती मिटती नही हमारी..
राजनीतिक अपेक्षाओं से बाहर आइये, पुरुषार्थी बनिये, हिन्दू समाज अपना युद्ध स्वयं लड़ता है।
हर बात पर रोनाधोना और राजनीति से अपेक्षा बंद कीजिए, pic.twitter.com/mjCdcWNeQY— सनी जीतू कुशवाहा🇮🇳 (@RoyalKushwahaS) August 16, 2021
पंडित राजेश कुमार का कहना है कि कहीं हिंदुओं ने उनकी यात्रा का प्रबंध करने के लिए कहा और कहा कि वह काबुल से निकलने में उनकी मदद करेंगे मगर उन्होंने जाने से साफ मना कर दिया! उनकी इस हरदा से जाहिर है कि तालिबान के आगे पंडित राजेश कुमार की सरदार हारने का नाम ही नहीं ले रही है!