अभी हाल ही में चीन को लेकर एक खबर सामने आई थी जिसके अंदर यह बात थी कि चीन के अंदर बिजली की किल्लत पड़ गई है! और अब खबर हिंदुस्तान से सामने आ रही है दरअसल बताया यह जा रहा है कि देश के अंदर केवल 4 दिनों के कोयले का स्टॉक बचा हुआ है! पिछले कुछ समय से कोयले की किल्लत ने सरकार को काफी परेशानी में डाला हुआ है ऐसे में कोयले की कमी की वजह से बिजली सेक्टर पर बड़ी आफत आ सकती है और देश को भारी ऊर्जा संकट से भी जूझना पड़ सकता है!
ऐसे में बिजली मंत्री आरके सिंह का कहना है कि इस महीने के आखिर में देश के पावर स्टेशनों में केवल 4 दिन का स्टॉक बचा था हाल के कुछ सालों में ऐसा कोयला संकट नहीं देखा गया था! अगस्त में देश के पावर स्टेशनों में औसतन 13 दिनों के कोयले का स्टॉक था, देश को इस संकट की स्थिति में सामान्य हालात में आने में 6 महीने से भी अधिक समय लग सकता है!
कोयले के उत्पादन में कमी
देश के अंदर कोयले के उत्पादन में कमी से इसका स्टाफ लगभग खत्म होने की कगार पर आ गया है लिहाजा बिजली का उत्पादन करने वाली आधे से अधिक प्लांट्स अलर्ट्स पर रखे गए हैं! बिजली मंत्री का कहना है कि उनको मालूम नहीं है कि अगले 5-6 महीने चैन मिल पाएगा या कि नहीं क्योंकि कोयला संकट अभूतपूर्व है! आरके सिंह ने यह भी कहा है कि पिछले 1 हफ्ते से हालात बेहद खराब है देश में 40 से 50 गीगा वाट बिजली का उत्पादन करने वाले थर्मल पावर प्लांट में केवल 3 दिन के कोयले का स्टॉक बचा है!
मंत्रालय और कॉल कंपनियों के अधिकारियों की बैठक
देश के अंदर कोयले से बिजली का उत्पादन क्षमता 203 गीगावॉट है और हमारी 70% बिजली कोयले से ही पैदा होती है अगले कुछ सालों में देश में बिजली की मांग काफी ज्यादा बढ़ने वाले हैं! वही, केंद्रीय मंत्रालय इस समय कोल इंडिया और एनटीपीसी के साथ मिलकर कोयला खदानों का उत्पादन बढ़ाने के उपाय पर विचार कर रहे हैं! फिलहाल तो कोयला खनन कंपनियां उन्हीं कंपनियों को पहले कोयला देगी जिन्होंने बकाए का भुगतान कर दिया है!