मौलाना फिरोज आलम जो कि नेपाली मूल के हैं उनके मोबाइल फोन नंबर की कॉल डिटेल रिपोर्ट के जरिए गाजीपुर पुलिस नेटवर्क चल रही है! मंता तरण की आशंका के चलते पुलिस कुछ नंबर ट्रेस कर के गोपनीय जानकारी जुटाने पर लगी हुई है वहीं दूसरी ओर युवती का मंता तरण कराकर निकाह करने वाले युवक के ठिकाने तक पुलिस पहुंच चुकी है लेकिन अभी तक दोनों के ना मिलने से बयान नहीं हो पा रहे हैं!
नेपाल के सुनुनाना थाना गौशाला जिला महोत्तरी निवासी मौलाना फिरोज धार्मिक गुरुओं की मध्यस्थता से गाजीपुर की बड़ी मस्जिद में इमाम बन गया था वह यहां पर नमाज के समुदाय के बच्चों को मजहबी शिक्षा देता था मस्जिद कमेटी के सदस्यों की पोल खुल जाने पर पुलिस ने फर्जी पहचान पत्र बनवाने के मामले में मौलाना फिरोज आलम को जेल भेज दिया था! तब से जिला अधिसूचना इकाई और इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो कस्बे में गोपनीय सूचनाएं संकलित करने में लगी हुई हैं एलआईयू प्रभारी दिनेश पाठक एवं उप निरीक्षक किशन ने बताया है कि कॉल डिटेल खजाने के साथ ही मंता तरण को लेकर मौलाना की गतिविधि की जानकारी की जा रही है!
वही बता दे कि मौलाना की द्वारा फर्जी दस्तावेजों से बनवाए गए पासपोर्ट का सत्यापन गाजीपुर थाने से 1 फरवरी 2016 को हुआ था और 11 मार्च 2016 को पासपोर्ट जारी हो गया था! हालांकि जांच केंद्र मालूम चला है कि पासपोर्ट बनवाने के बाद मौलाना ने विदेश यात्रा नहीं की थी! पासपोर्ट के लिए दस्तावेजों का सत्यापन करने वाले पुलिस कर्मियों एवं एलआईयू कर्मियों पर कारवाही हो सकती है फिलहाल एसपी की टीम जांच कर रही है!
वही मौलाना के पास से निर्वाचन कार्ड पैन कार्ड आधार कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस मोबाइल फोन एवं पासपोर्ट के साथ-साथ उसकी दो बेटियों के जन्म प्रमाण पत्र भी मिले हैं हालांकि यह जन्म प्रमाण पत्र नेपाल से जा रही हैं इन सभी दस्तावेजों को सील कर दिया गया है वहीं थाना प्रभारी नीरज यादव ने बताया है कि मौलाना से पता चला कि उसके घर में मां पिता भाई दो बेटियां हैं पत्नी का निधन हो चुका है यहा आने के बाद वह नेपाल नहीं गया!