वास्तु शास्त्र घर परिवार के वास्तु के लिए लाभकारी चीजों की जानकारी देता है। इन्हीं फायदेमंद चीजों में से एक है मछली। जी हां, फेंगशुई और वास्तु दोनों में मछली को फायदेमंद और शुभ माना गया है। मछली पानी में रहती है और इसका संबंध देवी लक्ष्मी से भी माना जाता है। ऐसे में चांदी और पीतल की मछली घर में वास्तु की दृष्टि से काफी फायदेमंद मानी जाती है।
चांदी या पीतल की मछली घर में धन की दिशा दिखाने वाली वस्तु मानी जाती है। वास्तु विज्ञान में कहा गया है कि जो लोग चांदी की छोटी मछली को घर में एक विशेष दिशा में रखते हैं, वहीं धन पानी की तरह बहता है और परिवार के सदस्यों को लगातार शुभ समाचार मिलते रहते हैं। Mukesh Ambani ने खरीदा 74 अरब रु का रोबोट, सिर्फ इस काम मे करेंगे इस्तेमाल।
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बुंदेलखंड में चांदी की मछली बेहद खास मानी जाती है। बुंदेलखंड में दीवाली और धनतेरस की पूजा चांदी की मछली के बिना पूरी नहीं मानी जाती है। कई जगहों पर लोग अपनी बेटी और दामाद को शादी के मौके पर चांदी की मछली देते हैं, ऐसा माना जाता है कि बेटी को हमेशा खुशखबरी मिलेगी।
वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि अगर व्यापार करने वाले लोग सुबह उठकर सबसे पहले चांदी की मछली देखते हैं तो उनके व्यापार में मुनाफा होने लगता है। यदि चांदी या पीतल की मछली घर की पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में रखी जाए तो घर में धन आने की दिशा खुलती है। हर तरफ से खुशखबरी आ रही है और तिजोरियां खचाखच भरी हुई हैं। करियर में उन्नति के लिए कुछ लोग चांदी की मछली को ऑफिस में भी रखते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि व्यापार में लाभ के लिए दुकान खुलने पर चांदी की मछली सबसे पहले दिखे तो बोना अच्छा होता है। कहा जाता है कि चांदी की छोटी मछली को पर्स में रखने से पर्स हमेशा भरा रहता है। ऐसे लोग जिस भी काम में हाथ बँटाते हैं उसमें उन्हें सफलता मिलती है। घर में फिश टैंक या फिश एक्वेरियम रखना वास्तु के अनुसार फायदेमंद माना जाता है। अगर आप इस एक्वेरियम में चांदी की छोटी मछली रख दें तो परिवार की सारी परेशानियां कट जाती हैं।