Announcement of Tata Group – Will manufacture semiconductors in India itself: आज के समय भारत तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था है जोकि चीन के अल्टेरनेट के रूप में भी देखा जा रहा है! कही ना कही दुनिया भारत को समझती है कि वह चाइना की मेन्युफेक्चरिंग को हिला सकता है! ऐसे में अब यहाँ कि सरकार और कॉर्पोरेट भी इस बात को अच्छे से समझ चुके है और इसी क्रम में काम कर रहे है! वही, अब ऐसा काम करने जा रहे है जो वाकई में एक बड़ा काम हो सकता है!
टाटा ग्रुप देगी चीन को चुनौती?
भारत में टाटा ग्रुप ने हाल ही में बड़ा ऐलान किया है कि वह जल्द से जल्द से भारत में ही सेमीकंडक्टर का निर्माण करेगा! इस मामले को लेकर टाटा ग्रुप के वर्तमान चेयरमैन चंद्रशेखरन ने बड़ा बयान दिया है! उनका कहना है कि हम जल्दी ही सेमीकंडक्टर के व्यापार में जाने की सम्भावनाओ पर कार्य कर रहे है! टाटा ग्रुप अब इस व्यवसाय पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है और जल्द ही इसकी टेक्नोलॉजी को अपने स्तर पर बनाएगा और यह चीन को एक बड़ा झटका साबित होगा!
हर चीज में होता सेमीकंडक्टर?
आज की भागती हुई दुनिया में यदि कही इलेक्ट्रॉनिक्स है तो समझ लो वह पर सेमीकंडक्टर है! ऐसे में चाहे मोबाइल हो या रसोई हर जगह इसकी मांग है! वही, आज के समय में दुनिया ज्यादातर सेमीकंडक्टर चीन ही बनाता है! वही, इस धंधे में कोई देश हाथ नहीं डालना चाहता है क्योकि इसमें अरबो खरबो की लागत है!
लेकिन भारत अब यह कार्य करने जा रहा है! टाटा ग्रुप जानता है कि आज भारत की स्थानीय घरेलू मांग इतनी अधिक है कि हम जो निवेश करेंगे उसका फल मिलेगा और हम इसे निर्यात कर सकते हैं और सरकार की मदद से चीन से आगे निकल सकते हैं! आज तक, दुनिया में सेमीकंडक्टर उद्योग 527 बिलियन डॉलर से अधिक का है! इस चीज का महत्व इतना अधिक है कि अगर इसकी कंपनियां अपना निर्माण बंद कर दें तो पूरी दुनिया थम सकती है!