12 year old Hindu boy thrown out of playground in Australia: इस समय ऑस्ट्रेलिया से खबर सामने आ रही है जहां ब्रिसबेन में भारतीय मूल के 12 वर्ष के हिंदू फुटबॉल खिलाड़ी शुभ पटेल को तुलसी की माला पहनने के चलते खिलाने से मना कर के मैदान से बाहर भेज दिया गया! द ऑस्ट्रेलिया टुडे से मिली जानकारी के अनुसार, सुभ ने रेफरी से माला उतारने के लिए मना कर दिया जो कि उसने 5 साल की उम्र में पहना हुआ है! मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि केवल एक फुटबॉल मैच के लिए मैं इसे तो ड़ने की बजाय अपने धर्म का पालन करना पसंद करूंगा!
वहीं इस मामले में उन्होंने बताया है कि माला उतारना हिंदू धर्म के खिलाफ है सनातन परंपरा में पूजा के प्रसाद के लिए उपयोग में लाई जाने वाली तुलसी की माला को धारण करना और उससे जप करना अत्यंत ही मंगलकारी माना गया है! स्वामीनारायण के भक्त शुभ पटेल ने आगे कहा कि यदि मैं इसे उतार देता तो उस समय भगवान को लगता कि मुझे उन पर विश्वास नहीं है!
वही हिंदू लड़के ने जोर देकर यह भी कहा कि माला उसे आत्मविश्वास देती है और उसको सुरक्षित महसूस कराती है! इसके बाद शुभ एक कोने में बैठ कर अपनी टीम को खेलते हुए देखने लग जाता है! यह पहला मौका था जब तुम को अपनी माला उतारने के लिए कहा गया है! रिपोर्ट तो यह बताती है कि उन्होंने 15 मैच माला पहन कर ही खेली है और एक बार भी उन्हें अपने कोच या टीम के साथी के द्वारा इस को उतारने के लिए नहीं कहा गया!
फुटबॉल क्वींसलैंड ने माफी मांगी
फुटबॉल क्वींसलैंड, ऑस्ट्रेलिया में फुटबॉल और फुटसल की गवर्निंग बॉडी है! फुटबॉल क्वींसलैंड ने एक जांच शुरू की है और मामले के बाद शुभ पटेल के परिवार और टूवॉन्ग सॉकर क्लब से माफी मांगी है! फुटबॉल क्वींसलैंड ने एक बयान में कहा: “क्वींसलैंड में फुटबॉल सबसे स्वागत योग्य और समावेशी खेल है, जो सभी संस्कृतियों और धर्मों का सम्मान करता है!”