अफगानिस्तान में बदलते हुए हालातों को लेकर कुछ खबरें सामने आ रही है मीडिया रिपोर्ट के अंदर यह भी कहा जा रहा है कि तालिबान विरोधियों ने मुल्क के कुछ जिलों को तालिबान के कब्जे से छुड़ा लिया! तालिबान के साथ हुए इस ल ड़ाई में लगभग 60 तालिबानी भी मा रे गए हैं जबकि कई तालिबान हताहत भी हो चुके हैं वहीं देशभर में तालिबान के विरोध में मुल्क के विभिन्न हिस्सों में लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं और लोग इसका विरोध कर रहे हैं!
अफगानिस्तान की न्यूज़ एजेंसी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि तालिबान के साथ हुई ल ड़ाई के बाद पब्लिक रेजिस्टेंस फोर्स ने बागलान प्रांत के तीन जिलों – बानू, पुल-ए-हेसर और दे सलाह पर नियंत्रण कर लिया है। इस ल ड़ाई में कई तालिबान भी मा रे गए हैं, जबकि कई घा यल भी हुए हैं। वहीं, स्थानीय सूत्रों ने बताया है कि इस लड़ाई में करीब 60 तालिबान मा रे गए हैं।
https://twitter.com/AsvakaNews/status/1428705595142463488
तालिबान के नियंत्रण से आजाद हुआ पुल-ए-हेसर जिला काबुल के उत्तर में पंजशीर घाटी के करीब स्थित है। यहां तालिबान के प्रभाव को खत्म करने के लिए रेजिस्टेंस फोर्स अपने ल ड़ाकों को इकट्ठा कर रही है। पंजशीर घाटी हिंदू कुश पर्वत के करीब है, जो अभी भी तालिबान के कब्जे से मुक्त है। अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह यहां से हैं और तालिबान के काबुल पर कब्जा करने के बाद से यहां रह रहे हैं। उन्होंने पब्लिक रेजिस्टेंस फोर्स के कमांडर अहमद मसूद के साथ अफगानिस्तान को तालिबान शासन से मुक्त कराने के लिए ल ड़ने की बात कही है।