अफगानिस्तान में तालिबान के आने के बाद अब भारत के विदेश मंत्री ने बुधवार को एक बड़ा बयान दिया है उनका कहना है कि भारत अफगानिस्तान में बदलते हुए पूरे कदम पर नजर बनाए हुए हैं और नई दिल्ली का ध्यान भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी पर है! विदेश मंत्री सोमवार पर पहुंचे थे क्योंकि संयुक्त राष्ट्र परिषद ने अफगानिस्तान की स्थिति पर आपातकालीन बैठक बुलाई थी 10 दिनों के अंदर संयुक्त राष्ट्र ने यु द्ध ग्रस्त देशों की स्थिति पर चर्चा करने के लिए भारत की अध्यक्षता में यह दूसरी बैठक की है!
विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र से परिषद में शांति रक्षा पर खुली चर्चा की अध्यक्षता करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अफगानिस्तान की स्थिति यहां मेरी वार्ताओं के केंद्र में हैं संयुक्त राष्ट्र महासचिव और अन्य सहयोगी के साथ ही अमेरिका के विदेश मंत्री से भी इस पर चर्चा कर रहा हूं!
वहीं उन्होंने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा कि इस समय हम दूसरों की तरह अफगानिस्तान के बदलते घट नाक्रम पर सावधानीपूर्वक नजर बनाए हुए हैं हमारा पूरा ध्यान अफगानिस्तान में सुरक्षा सुनिश्चित करने और वहां मौजूदा भारतीयों को सुरक्षित वापसी पर है!
अफगानिस्तान में पिछले दो दशकों में आपके द्वारा किए गए निवेश से संबंधित एक सवाल पूछे जाने पर विदेश मंत्री का कहना है कि आपने निवेश शब्द का इस्तेमाल किया है मेरा मानना है कि इससे हम गांव लोगों के साथ हमारे ऐतिहासिक संबंधों का पता चलता है!
वहीं उन्होंने आगे यह भी कहा है कि अभी हमारा ध्यान अफगानिस्तान में मौजूद भारतीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर है! यह पूछे जाने पर कि भारत ने हाल ही में तालिबान से बातचीत की है तो उसके ऊपर जयशंकर का कहना है कि इस समय हम काबुल में हो रहे पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं उनका कहना है कि इस पर है कि तालिबान और उसके प्रतिनिधि का बुला चुके हैं इसलिए मुझे लगता है कि हमें चीजों को वहां से शुरू करने की आवश्यकता है!