NDTV on Taliban: टीवी न्यूज़ चैनल एनडीटीवी अपने आप को सबसे अलग दिखाने के चक्कर में ऐसी हरकत पर बैठता है जिससे ना केवल उसकी पत्रकारिता घेरे में आ जाती है बल्कि उसकी मंशा पर भी संदेह होने लगता है! एक बार फिर से एनडीटीवी सुरक्षा का विषय बना हुआ इस बार एनडीटीवी ने तालिबान को मंच देकर ना केवल अपनी करतूतों पर पर्दा डालने का प्रयास किया है बल्कि इन सवालों के जंजाल से भी जाने अनजाने मुक्ति दिलाकर उसको पाक साफ बताने की कोशिश कर डाली! एनडीटीवी शायद भूल गया है कि यह वही तालि बानी है जिन्होंने सत्ता में रहते हुए नेपाल से भारतीय विमान का अप हरण करवाकर उसे कंधार ले जाकर आतं कियों को छुड़ाया था!
अगर एनडीटीवी की बात करें तो एनडीटीवी ने तालिबान को एक प्रकार से क्लीनचिट देने की कोशिश की है यही नहीं बल्कि उसके प्रवक्ता ने ऐसे-ऐसे सवाल यह था कि वह इस पर सफाई देकर खुद को पाक साफ जाहिर कर सकें भारत की न्यूज़ एजेंसी एनडीटीवी इंडिया की पत्रकार रवीश कुमार अक्सर ही दूसरे समाचार चैनलों के पत्रकारों पर सवाल पूछने के तरीके कॉल उठाते रहते हैं पर अब उनकी ही चैनल ने तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद सोहेल साहिल पलट सवार करके उन को घेरने की कोशिश नहीं की!
एनडीटीवी ने तालिबान के प्रवक्ता से कोई भी पलट सवाल नहीं किया इसे क्या माना जाए? यही नहीं बल्कि एनडीटीवी ने तालिबान के प्रवक्ता के जवाब को भी अपनी साइट पर प्रमुखता से प्रकाशित कर दिया! क्या यह तालिबानियों को क्लीन चिट देने की कोशिश नहीं है?