हम सभी जानते हैं कि क्रिकेट को खेल की दुनिया में सबसे ज्यादा अनिश्चिताओं का खेल कहा जाता है. इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण यह है कि कोई यह कभी नहीं जानता कि बाजी किधर पलटेगी. जीतने वाली टीम अचानक हार जाती है और गेम से बाहर हुई टीम अचानक मैच जीत जाती है. कभी किसी ओवर में एक भी रन नहीं बनते हैं तो कभी ओवर की हर गेंद बाउंड्री के बाहर 6 रन के लिए जाती है. आज हम आपको ऐसा ही एक किस्सा बताने जा रहे हैं.
यह तो हम सभी जानते हैं कि भारत के मशहूर ऑलराउंडर और बाएं हाथ के बल्लेबाज युवराज सिंह ने पहले टी-20 वर्ल्ड इंग्लैंड के खिलाफ 6 गेंदों में छह छक्के लगाकर पूरे देश का माहौल बदल दिया था और मैच का पासा ही पलट दिया था. विश्व क्रिकेट के इतिहास की बात करें तो कुछ चुनिंदा प्लेयर ही हुए हैं जिन्होंने ऐसे कारनामे किए हैं.
आज हम आपको ऐसा ही एक वाकया बताने जा रहे हैं जो कि श्रीलंका प्रीमियर लीग के दौरान का है जब युवराज सिंह का छह गेंदों में छह छक्के का रिकॉर्ड टूटते टूटते बचा.
बता दें कि कोलंबो स्टार के लिए प्रसन्ना ने मंगलवार को एक ऐसा कारनामा कर दिया जिसे देखने के बाद क्रिकेट के फैंस की खुशी का ठिकाना नहीं था और हर क्रिकेट टीम ने इस मैच के इस पहलू को को बार-बार देख रहा है. इसमें इस मैच का नतीजा बताएं तो इसमें आर प्रेमदास स्टेडियम में आयोजित इस मैच में कोलंबो स्टार्स ने कैंडी वॉरियर्स को 5 विकेट पराजित कर दिया.
लंका प्रीमियर लीग 2021 के इस मैच की जीत का श्रेय जाता है श्रीलंका के मशहूर बल्लेबाज प्रसन्ना को जिन्होंने आतिशबाजी बल्लेबाजी दिखाते हुए अपनी टीम को जीत की दहलीज पर खड़ा कर दिया. हम आपको बता दें कि अपनी पारी के दौरान प्रसन्ना ने मात्र 6 गेंद खेली जिसमें उन्होंने 32 रन बना डाले. इन 6 बालो में उन्होंने 5 छक्के भी जड़ दिए.
हम आपको बता दें कि अपनी पारी के दौरान प्रसन्ना ने सिर्फ 6 गेंदों का सामना किया जिसमें उन्होंने 6-6-2-6-6-6 लगाकर अपनी टीम को जीत दिला दी. आपको बता दें कि इस बल्लेबाज ने 18 ओवर की अंतिम गेंद पर छक्का लगाकर इसकी शुरुआत की थी और फिर 19वें ओवर की पांचवीं गेंद पर छक्का लगाया और अंत में 2 रन ले लिया. इसके बाद प्रसन्ना ने आखिरी ओवर की दूसरी तीसरी और चौथी गेंदों पर लगातार छक्के लगाकर टीम को जीत दिला दी और इस तरह सैया श्रीलंकाई बल्लेबाज 6 गेंदों में 32 रन बनाकर नाबाद रहे.