हमारे देश की मीडिया भी हमारे देश की पार्टियों की तरह ही दोहरा मापदंड अपनाती है यदि किसी भी विपक्षी नेता कोई खरोच भी आ जाती है तो मीडिया से लेकर बुद्धिजीवी आसमान सिर पर उठा लेते हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक बात सुनाई देने लग जाती है परंतु यदि किसी बीजेपी शासित राज्य त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पर हम ला हो जाता है तो उसकी कोई चर्चा तक करने को तैयार नहीं होगा!
ऐसा ही हाल त्रिपुरा के मुख्यमंत्री विप्लव कुमार देव के साथ हुआ है हाल ही में हम ला हुआ है जिसके अंदर वह बाल-बाल बचे! इस खबर को मुख्यधारा की मीडिया के द्वारा दबा दिया गया लेकिन यह सब हुआ कैसे हैं?
त्रिपुरा पुलिस के अनुसार मुख्यमंत्री अपने आधिकारिक आवास श्यामा प्रसाद मुखर्जी लेन के निकट गुरुवार शाम को शेयर करने के लिए निकले थे तभी तेज रफ्तार कार उनके सुरक्षा घेरे में घुस गई इस कार में 3 लोग सवार थे उसमें मुख्यमंत्री बाल बाल बच गए लेकिन उनका एक सुरक्षाकर्मी घायल हो गया!
जागरण की एक रिपोर्ट के अनुसार आगे बताया गया है कि मुख्यमंत्री के सुरक्षा दस्ते ने उस कार्य को रोकने की काफी कोशिश की थी लेकिन वह कामयाब नहीं हो सके पुलिस ने यही बताया कि बाद में केरचौमुहानी से तीन लोगों को गिर फ्तार किया गया है और उनकी कार भी जब्त कर ली गई है। आरो पियों को 6 अगस्त को मुख्य न्यायिक दंडा धिकारी पीपी पॉल की अदालत में पेश किया गया.
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि तीनों न शे में थे और उन्होंने न केवल कर्फ्यू नियमों का उल्लंघन किया बल्कि 6 पुलिस बैरिकेड्स को भी अ वैध रूप से तो ड़ा। जब शराब के नशे में तीन लोगों को रोकने का प्रयास किया गया तो उन्होंने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री के साथ-साथ एक पुलिसकर्मी पर भी हम ला कर दिया. फिलहाल तीनों आरोपियों को कोर्ट के आदेश पर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि इस मामले के पीछे कोई राजनीतिक संबंध तो नहीं है।