बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया है. बिग बी अपने बेबाक अंदाज के लिए भी जाने जाते हैं. लेकिन एक बार देव आनंद अमिताभ बच्चन से इस कदर नाराज़ हो गए थे कि उन्होंने सबके सामने ही उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी थी.
गौरतलब है कि ये पूरी कहानी एक विवाद से शुरू हुई थी जब 80 के दशक में सरकार ने फिल्मों पर लगने वाले टैक्स में बढ़ोत्तरी करने का फैसला किया था. इससे फिल्मों की टिकट काफी बढ़ जाती थी, इससे फिल्मों की कमाई कम होने लगी थी और पूरी फिल्म इंडस्ट्री ने विरोध करना शुरू कर दिया था.
हम आपको बता दें कि वरिष्ठ पत्रकार ‘बलजीत परमार’ ने अपने वीडियो में इससे जुड़ा एक किस्सा साझा किया था. बलजीत ने बताया था, ‘कुछ टैक्स लगाने के बाद कई चीजों की कीमत हद से ज्यादा बढ़ गई थी। फिल्म इंडस्ट्री के लिए काम करने वाली सभी एसोसिएशन सड़कों पर आ गई थी. अक्टूबर 1986 में शुरू हुई स्ट्राइक फिल्म इंडस्ट्री की सबसे बड़ी स्ट्राइक में से एक थी. राजेश खन्ना के ऑफिस को सेंट्रल ऑफिस बना दिया गया था. यहां से ही इस स्ट्राइक को लेकर सभी अहम चीजों पर फैसला किया जाता था.’
बॉलीवुड के बड़े बड़े एक्टर इस दौरान राजेश खन्ना के ऑफिस पर बैठते थे. यही से वह सभी रोजाना प्रेस कॉन्फ्रेंस करते थे और अगले दिन की रणनीति भी तैयार होती थी. लंबे समय तक चली इस स्ट्राइक के बाद सरकार ने एसोसिएशन से बात करने का फैसला किया था. उस दौरान अमिताभ बच्चन और सुनील दत्त सांसद हुआ करते थे. दोनों ने सरकार से बात करने का फैसला किया और यहां से आने के बाद उन्होंने बताया कि सरकार ने करीब 5 प्रतिशत तक टैक्स कम करने का फैसला किया है. ये टैक्स तत्काल खत्म नहीं होगा, इसे अगले बजट में कम कर दिया जाएगा.
यही बात जब अमिताभ और सुनील दत्त ने ये बात बताई तो वहां मौजूद सभी लोग काफी ज्यादा नाराज़ हो गए और अमिताभ बच्चन मुर्दाबाद, सुनील दत्त मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे. देवआनंद इसमें सबसे आगे आए और उन्होंने अपने बयान में कहा कि अमिताभ बच्चन ने इस स्ट्राइक को नष्ट करने का प्रयास किया है. देव आनंद के साथ मौजूद अन्य लोग अमिताभ बच्चन के साथ धक्का-मुक्की तक करने लगे. लेकिन उन्होंने समझाने का प्रयास किया और किसी तरह अमिताभ को वहां से निकाला गया.