बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी पिछले कई महीनों से लगातार मोदी सरकार और पीएम मोदी पर निशाना साध रहे हैं. सुब्रमण्यम स्वामी अक्सर मोदी सरकार की विदेश नीति और अर्थव्यवस्था को लेकर सरकार को घेर लेते हैं। वहीं अब उन्होंने बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार पर निशाना साधते हुए उन्हें लीगल नोटिस भेजा है. सुब्रमण्यम स्वामी ने रामसेतु मामले को लेकर अक्षय कुमार को नोटिस भेजने का फैसला किया है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि बॉलीवुड के लोगों को झूठ बोलने की बुरी आदत होती है। स्वामी ने ट्वीट किया, “मुंबई सिनेमा (या फिर सिन-ए-मा) में लोगों को झूठ बोलने और गलत सूचना फैलाने की बुरी आदत है। इसलिए उन्हें बौद्धिक संपदा अधिकार सिखाने के लिए, मैंने बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार को अधिवक्ता सत्य सभरवाल के माध्यम से कानूनी नोटिस भेजने का फैसला किया है। (भाटिया) और उनके 8 अन्य लोगों को राम सेतु गाथा को विकृत करने के लिए।”
दरअसल अक्षय कुमार रामसेतु पर फिल्म बना रहे हैं। दूसरी ओर, सुब्रमण्यम स्वामी का आरोप है कि फिल्म के चित्रण में मिथ्याकरण सामने आया है और इसके लिए अक्षय कुमार और उनकी टीम जिम्मेदार है। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले भी सुब्रमण्यम स्वामी ने अक्षय कुमार पर निशाना साधा था और उन्हें विदेशी बताया था। स्वामी ने अक्षय कुमार को जेल भेजने की भी बात कही थी।
बता दें कि सुब्रमण्यम स्वामी अक्सर राम सेतु को लेकर ट्वीट करते हैं। 25 जुलाई को उन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि राम सेतु की प्रेम कहानी की कहानी ताजमहल से भी पुरानी है. उन्होंने ट्वीट किया, “मैं जानता हूं कि एक नवविवाहित जोड़ा ताजमहल का दौरा करने के बाद मुझसे मिला और हमारी बातचीत में मुझसे पूछा कि मैं राम सेतु को बहाल करने के लिए क्यों उत्सुक हूं। मैंने उनसे कहा कि राम सेतु ताजमहल से भी पुराने प्रेम की कहानी है। फिर मैंने पूछा कि वो पहले राम सेतु क्यों नहीं गए?”
सुब्रमण्यम स्वामी लगातार केंद्र सरकार से राम सेतु को राष्ट्रीय विरासत स्मारक घोषित करने की मांग करते हैं। उनका दावा है कि राम सेतु को राष्ट्रीय विरासत स्मारक घोषित करने की मांग को लेकर संबंधित विभाग के केंद्रीय मंत्री ने 2017 में बैठक बुलाई थी. लेकिन उसके बाद इस मामले में कुछ नहीं हुआ।