एक बार फिर से कश्मीर सुर्खियों का हिस्सा बना हुआ है! लेकिन इस बार केंद्र सरकार में मोदी सरकार हैं जो कि कठोर कार्यवाही करने की तैयारी में है! दरअसल कश्मीर में अल्प संख्यक हिंदू और सिख समुदाय को आतं कित करने के उद्देश्य से कश्मीर घाटी में पाकिस्तान के द्वारा बनाई गई हिंसा का मुकाबला करने के लिए केंद्र सरकार अब कठोर कार्यवाही करने के लिए तैयार हैं! इस महीने पाकिस्तान स्थित ल श्कर-ए-तैयबा स्थानीय मोर्चो के द्वारा 5 नि र्दोषो की श्रीनगर में ह त्या कर दी गई!
खुफिया एजेंसी और राष्ट्रीय जांच एजेंसी की चार आतं कवादी विरोधी और खुफिया टीम श्रीनगर में मौजूद है! इन आ तंकी मॉड्यूल को पिन पॉइंट एक्शन के जरिए खत्म करने के कड़े आदेश दे दिए गए हैं! वहीं इसके अलावा वि द्रोह रोधी बल, केंद्रीय रिजल्ट पुलिस बल को श्रीनगर अपनी कमर कसने के लिए कह दिया गया है! साथ ही सीमा सुरक्षा बल को सीमा पार से घुस पैठ रोकने के लिए कहा गया है!
कश्मीरी पंडित फार्मासिस्ट माखन लाल बिंदू, स्कूल की प्रिंसिपल सुपिंदर कौर, स्कूल टीचर दीपक चंद और बिहार के एक फेरीवाले वीरेंद्र पासवान की ह त्या के बाद सुरक्षा बल नए खत रे को बेअसर करने के लिए श्रीनगर शहर की छानबीन कर रहे हैं! इसको लेकर केंद्र सरकार ने स्पष्ट निर्देश जारी किया है!
जम्मू-कश्मीर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, तीन स्थानीय मॉड्यूल, तथाकथित प्रतिरोध बल ल श्कर-ए-तैयबा के दो आतं कवादी श्रीनगर में सक्रिय हैं। मासूम लोगों को छोटे हथि यारों से निशाना बना रहे हैं। अधिकारी एक पाकिस्तानी नागरिक की मौजूदगी की पुष्टि करते हैं जो लक्ष्यों का चयन करके हम लों का मार्ग दर्शन कर रहा है।
7 अक्टूबर को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के बाद, केंद्र ने फैसला किया है कि इसकी पहली प्राथमिकता अप राधियों को खत्म करना और फिर उनके प्रायोजकों के खिलाफ कार्रवाई करना है।