हम सभी जानते हैं कि बॉलीवुड एक ऐसी जगह है जहां पर लोग रातों-रात फेमस हो जाते हैं. बॉलीवुड की दुनिया की चकाचौंध हर किसी को दिखती है लेकिन इसके पीछे की कहानी, स्ट्रगल और अंधेरा जल्दी किसी को दिखाई नहीं देता है. बॉलीवुड में ऐसी कई एक्ट्रेस हुई है जिन्होंने अपने एक्टिंग के दम पर बॉलीवुड में अपनी अलग पहचान बनाई हुई है.
गौरतलब है कि बॉलीवुड अपना नाम कमाने के लिए जहां कुछ एक्टरों को एक लंबा समय बड़े पर्दे पर देना पड़ता है, वहीं कुछ लोग अपनी पहली फिल्म से लोगों के दिलों में अपनी एक अलग पहचान बना लेते हैं. अपनी पहली फिल्म से लोगों के दिलों में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाली है और तमाम बॉलीवुड फिल्म मेकर का ध्यान अपनी तरफ खींचने वाली ऐसी ही एक अभिनेत्री के बारे में हम आज आपको इस लेख के जरिए बताने जा रहे हैं.
हम आपको बता दें कि साल 1990 मैं बड़े पर्दे पर एक फिल्म रिलीज हुई थी जिसका नाम था आशिकी. हम आपको बता दें कि इस फिल्म को महेश भट्ट ने बनाया था. इस फिल्म के मुख्य किरदार की बात करें तो इसमें हीरो का किरदार राहुल राय और एक्ट्रेस का किरदार अनु अग्रवाल ने निभाया था. हम आपको बता दें कि जब यह फिल्म रिलीज हुई थी तब अनु अग्रवाल मात्र 21 वर्ष की थी. अनु को इस फिल्म से इतनी सफलता हासिल हुई कि वह रातों-रात स्टार बन गई और वह बॉलीवुड के उन कलाकारों की लिस्ट में शामिल हो गई जो अपनी पहली ही फिल्म से लोगों के दिलों में छा गए.
हम आपको बता दें कि इस फिल्म से अनु अग्रवाल को इतनी सफलता मिल गई कि लोग उनकी एक झलक पाने के लिए बेकरार रहते थे. उनसे मिलने के लिए उनके घर के आगे लोगों की लाइन लगी रहती थी. लेकिन साल 1999 जब 30 साल की थी उनकी जिंदगी पूरी तरह से बदल गई. हम आपको बता दें कि अनु का रोड एक्सीडेंट हुआ जिसमें वह मरते-मरते बची थी और वह 29 दिन तक कोमा में रही थी.
गौरतलब है कि कोमा से निकलने के बाद उनकी याददाश्त खो चुकी थी. हम आपको बता दें कि जब वह कोमा से बाहर निकले तो वह साल 2000 से अपना सिर मुड़ा कर सड़कों पर ऐसे ही घूमा करती थी. 4 साल तक चले लंबे इलाज के बाद कुछ हद तक उनकी याददाश्त वापस आई और जब वह अपने घर आए तो उनके घर के बाहर उनसे मिलने वालों का तांता लग गया.
हम आपको बता दें कि उसके बाद से उन्होंने बॉलीवुड से दूरी बना ली और योगा और आध्यात्म की गोद में चली गई. वर्तमान में उनके काम की बात करें तो वह एक योगा टीचर के रूप में अपना जीवन व्यतीत कर रही हैं तथा उन्होंने अनु अग्रवाल फाउंडेशन की भी स्थापना की है जिसका कार्य मेंटल हेल्थ, पर्यावरण के प्रति जागरूकता और स्ट्रेस को दूर करना है.