उत्तर प्रदेश में जो कभी शासन और प्रशासन को अपना गुलाम समझा करता था आज वही शासन व प्रशासन उसके कारनामों का हिसाब ले रहे हैं! दरअसल हम बात कर रहे हैं पूर्वांचल के मुख्तार अंसारी की जो कि पिछले काफी समय से सुर्खियों में बने हुए हैं! मुख्तार अंसारी को फर्जी एंबुलेंस मामले में बाराबंकी की विशेष सत्र न्यायाधीश एमपी एमएलए कोर्ट में सुनवाई के दौरान जज ने उनसे सवाल किया कि क्यों नहीं आप को कोर्ट में तलब कर दिया जाए इस पर मुख्तार अंसारी काफी घब रा गया!
ऐसे में मुख्तार अंसारी जज से गुहार लगानी शुरू कर दी कि सरकार उसे म रवा देगी! उसका कहना है कि यदि वह जेल से बाहर निकलता है तो उसकी ह त्या करवा दी जाएगी! वहीं अदालत में वर्षों सुनवाई के संबंध में मुख्तार अंसारी के वकील रणधीर सिंह सुमन ने बताया है कि आज सुनवाई के दौरान मुख्य बात यह रही है कि न्यायालय ने मुख्तार अंसारी से कहा कि क्यों नहीं आपको व्यक्तिगत रूप से अदालत में तलब कर लिया जाए! जिस पर मुख्तार अंसारी का कहना था कि राज्य सरकार मुझे म रवाना चाहती है किसी भी तरीके से जैसे ही मैं जेल से बाहर निकलता हूं वैसे ही चित्रकूट जैसी कोई घट ना सरकार करवा देगी!
वही आपको बता दें कि मुख्तार अंसारी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं जहां एक तरफ योगी सरकार उनके साम्राज्य को खत्म करने में जुटी हुई है तो वहीं दूसरी ओर गाजीपुर में जिला प्रशासन ने शुक्रवार को मुख्तार अंसारी के गोदाम पर जाने वाली सड़कों को ध्व स्त कर दिया बताया तो यह जा रहा है कि मुख्तार अंसारी नहीं सरकारी तालाब पर कब्जा कर अ वैध सड़क का निर्माण करवाया था!