Judge’s question: Ansari should be presented directly in the court, Ansari gave this answer: कभी उत्तर प्रदेश पर राज करने वाले मुख्तार अंसारी इन दिनों भीगी बिल्ली बने हुए हैं. अंसारी ने कोर्ट के सामने गुहार लगाई है कि उसे सीधे कोर्ट के सामने पेश न किया जाए. नहीं तो रास्ते में ही उसकी ह त्या कर दी जाएगी। बाहुबलियों ने दशकों से उत्तर प्रदेश और बिहार की राजनीति में अहम भूमिका निभाई है। ये लोग गुं डा राज चलाकर अपना वर्चस्व स्थापित करते हैं और किसी भी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर चुनाव जीत जाते हैं। इसके बाद वे राजनीतिक और प्रशासनिक सहयोग से अ वैध गति विधियों को अंजाम देते हैं।
योगी सरकार आने के बाद उत्तर प्रदेश में माफिया राज देखने को मिल सकता है. ऐसे कई माफि याओं की अ वैध संपत्तियों पर प्रशासन की ओर से बुलडोजर चलाए गए हैं, तो कई जे लों में कैद हैं.
जज का सवाल सुनकर अंसारी
ऐसे ही एक मामले में उत्तर प्रदेश के बाहु बली विधायक मुख्तार अंसारी फर्जी एंबुलेंस मामले में बांदा जे ल में कैद हैं. शुक्रवार (27 अगस्त, 2021) को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट द्वारा विशेष सत्र में उन्हें पेश किया गया। इसमें न्यायाधीश कमलकांत श्रीवास्तव ने सवाल किया कि क्या अब अंसारी को सीधे अदालत में पेश किया जाना चाहिए. यह सुनकर अंसारी घ बरा गया और उसने उत्तर प्रदेश सरकार को निशाना बनाना शुरू कर दिया।
अंसारी ने कहा कि अगर उन्हें जे ल से बाहर निकालकर पेश करने के लिए अदालत में ले जाया गया तो सरकार उनकी म रवा देगी. अंसारी ने यह भी दावा किया है कि उनके खिलाफ चल रहा मुकदमा राजनीतिक प्रतिशोध पर आधारित था और उन्होंने कोई अप राध नहीं किया है। कोर्ट ने तमाम दलीलें सुनने के बाद सुनवाई 9 सितंबर 2021 तक के लिए बढ़ा दी है।