भारत की पहली मिस यूनिवर्स और हिंदी सिनेमा की बेहद ही लोकप्रिय खूबसूरत अभिनेत्री सुष्मिता सेन आज 40 साल की हो गई है वही 19 नवंबर 1975 को सुष्मिता सेन का जन्म आन प्रदेश के हैदराबाद शहर में हुआ था वहीं उन्होंने फर्श से लेकर अर्श तक का शानदार सफर तय किया है और आज वह लाखों लड़कियों की प्रेरणा है! बता दें कि सुष्मिता सेन की पहचान एक अभिनेत्री के रूप में होती हो हालांकि वह हिंदी सिनेमा में अभिनेत्री बनने से पहले ही पूरी दुनिया में काफी नाम कमा चुकी है दरअसल 1994 में सुष्मिता सेन ने मिस यूनिवर्स का खिताब जीतकर अपने नाम किया था इससे भी खास बात तो यह है कि यह खिताब पर कब्जा करने वाली पहली भारतीय महिला थी!
वही महज 19 साल की उम्र में सुष्मिता सेन ने पूरी दुनिया में हिंदुस्तान का नाम रोशन किया था हालांकि अभिनेत्री के लिए यह सफर भी इतना आसान नहीं था क्योंकि एक मामूली से दर्जी के द्वारा ली गई ड्रेस पहन कर उन्होंने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था वहीं जुराब से बने हुए ग्लब्स उन्होंने पहने हुए थे तो आइए बताते हैं आपको मिस यूनिवर्स बनने के पीछे की कहानी-
मिस यूनिवर्स बनने के बाद खुद अभिनेत्री ने बताया था कि उन्होंने एक साधारण से दर्जी से सरोजनी नगर से अपनी ड्रेस खुलवाया था वहीं अभिनेत्री ने यहां तक कहा था कि इस प्रतियोगिता में पहनने के लिए उनके पास गाउन खरीदने तक के पैसे नहीं थे जैसे तैसे वह इस प्रतियोगिता में पहुंच गई और फिर इतिहास रचा गया! एक बार सुष्मिता सेन एक टीवी रियलिटी शो में पहुंची थी इस दौरान उन्होंने अपने बनने से पहले वाली परेशानियों के बारे में बातचीत की थी तब उन्होंने बताया था कि प्रतियोगिता के लिए 4 कस्टम्स आवश्यकता थी ऐसे में उन्हें अपने कपड़े साधारण से दर्जी से सिलाये गए थे जो कि मुख्य रूप से पेटीकोट सिलने का काम करता था!
जानकारी के मुताबिक एक्ट्रेस को कपड़े बनवाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी थी. आपको बता दें कि एक्ट्रेस का विनिंग गाउन फैब्रिक का बना था। कहा जाता है कि उनकी मां ने बचे हुए कपड़ों से उस ड्रेस का न्यूड बनाया था। इसके बाद न्यूड से ही सुष्मिता के लिए ग्लव्स बनाए गए। भले ही सुष्मिता सेन के पास पैसों की कमी थी, हालांकि खिताब जीतने के बाद उन्होंने कहा कि खिताब जीतने के लिए पैसे का नहीं इरादे का होना जरूरी है और मैं नीयत से जीती हूं.