लोजपा अध्यक्ष ने यह साफ़ कर दिया है की उनकी लड़ाई बीजेपी से नहीं है और न ही NDA से हैं. उनकी लड़ाई केवल नितीश की पार्टी से हैं, जो की अभी NDA का हिस्सा हैं. चिराग पासवान ने कहा की न तो उन्होंने पहले बीजेपी का साथ छोड़ा था, न अब छोड़ा हैं और न आगे छोड़ेंगे. मोदी उनके लिए भगवान् राम की तरह हैं और वो मेरे हमेशा दिल में बस्ते हैं.
उन्होंने कहा की 10 नवंबर को राज्य में LJP और BJP गठबंधन वाली सरकार आपको बनते हुए दिखेगी. केंद्र जहां चिराग पासवान को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रही वहीं राज्य में बीजेपी के वरिष्ठ मंत्री सुशील कुमार मोदी ने चिराग पासवान को वोट कटवा बता दिया. उन्होंने कहा की LJP बिहार में एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं होगी, जबकि चिराग से तरफ से बीजेपी के खिलाफ एक भी शब्द सुनने को नहीं मिला.
बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने चिराग पासवान के उस बयान को भी बेबुनियाद बताया जिसमे उन्होंने कहा था की, चुनावों की रणनीति को लेकर उनकी अमित शाह से बातचीत हुई हैं. सुशील कुमार मोदी ने कहा की अमित शाह और चिराग की फ़ोन पर कभी भी चुनावों के विषय पर बातचीत नहीं हुई.
सुशील कुमार मोदी ने कहा की चिराग पासवान बिहार में बहुत ज्यादा सीटें मांग रहे थे. जो की NDA को मंजूर नहीं था, इसीलिए चिराग ने NDA से अलग होकर चुनाव लड़ने का फैसला किया. सुशील कुमार मोदी ने कहा की बिहार में नितीश का विरोध मतलब बीजेपी का विरोध करना हैं. सुशील कुमार मोदी ने आगे कहा की एक तरफ चिराग पासवान नरेंद्र मोदी की तारीफ कर रहे हैं और दूसरी और नरेंद्र मोदी के समर्थन वाली सरकार की आलोचना करते हैं.
ऐसे में बिहार के चुनावों में यह देखना काफी महत्वपूर्ण होगा की आखिर क्या राज्य की जनता सिर्फ बाप दादाओं के नाम पर वोट देती हैं या नहीं. फिर चाहे वो चिराग पासवान हो, राहुल गाँधी वाली कांग्रेस हो या फिर लालू प्रसाद के बेटों द्वारा चलाये जाने वाली RJD हो. कांग्रेस तो बिहार चुनाव में पहले से अपनी हार तय मानकर बैठी है. यही कारण हैं की, वह बिहार में चुनावी मौसम के बावजूद ज्यादा एक्टिव नहीं हैं.