सुप्रीम कोर्ट ने निलंबित बीजेपी नेता नूपुर शर्मा को पैगंबर मोहम्मद के बारे में उनकी टिप्पणी के लिए कड़ी फटकार लगाई है। कोर्ट ने कहा कि नूपुर शर्मा ने अपने गैरजिम्मेदाराना बयान से देशभर के लोगों की भावनाएं भड़ काई हैं. उनके इस बयान ने देश में आग लगा दी है. आज देश में बिगड़ते माहौल के लिए वह पूरी तरह जिम्मेदार हैं। उदयपुर में हुई ह त्या भी उन्हीं के इसी बयान का नतीजा है। बहस में उन्हें भड़ काने की कोशिश की गई, लेकिन इसके बाद उन्होंने जो कुछ कहा है वह शर्मनाक है. उन्हें पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।
वही, इसके बाद लोग सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा के समर्थन में उतर आए है और सुप्रीम कोर्ट पर निशाना साध रहे है! ऐसे में जनार्दन मिश्रा लिखते है कि उदयपुर की घटना के लिए नूपुर शर्मा जिम्मेदार है – सुप्रीम कोर्ट, वाह मिलोड मेरे शिव को फवारा कोई बोले तो हमे चुपचाप सुनना चाहिए? यही आदेश है आपका?
उदयपुर की घटना के लिए नूपुर शर्मा जिम्मेदार है – सुप्रीम कोर्ट
वाह मिलोड मेरे शिव को फवारा कोई बोले तो हमे चुपचाप सुनना चाहिए?
यही आदेश है आपका?😢🙏— Janardan Mishra (@janardanspeaks) July 1, 2022
वही, अनुपम के सिंह लिखते है कि सुप्रीम नहीं, शरिया कोर्ट कहिए। निठल्ले जजों को #NupurSharma का बयान ही दुनिया की सारी समस्याओं की जड़ लगता है, लेकिन उस बयान के स्रोत पर बोलने की हिम्मत नहीं है। सुप्रीम कोठा के काजियों ने ‘सर तन से जुदा’ को वैधानिक मंजूरी दे दी। शार्ली हेब्दो का दोष भी नूपुर शर्मा को दे दो।
https://twitter.com/anupamnawada/status/1542773581200834560
वही, सुप्रिया ने भी SC पर सवाल उठाया और पूछा कि “नूपुर शर्मा के बयान की वजह से ही- 1- 1947 में देश बंटा!, 2- 1962 के युद्ध में भारत हारा!, 3- 1975 में इमरजेंसी लगी! 4- 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या हुई और सिक्खों का नर संहार हुआ!” मियां लार्ड, सुप्रीम कोठा (पूर्व विधायक कांग्रेस)!
https://twitter.com/Supi155/status/1542831002468646919
सुनवाई के दौरान नूपुर के वकील मनिंदर सिंह ने कहा कि नुपुर शर्मा पहले ही विवादित बयान वापस ले चुकी हैं, इसके लिए माफी मांगी. इस पर कोर्ट ने कहा कि उन्हें टीवी पर आकर सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए थी. इतनी देर से बयान वापस लेने का क्या औचित्य है। जब तक उसने ऐसा किया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। तब यह भी उनके लिए सशर्त था। नूपुर के शब्द थे- अगर कोई आहत हो, तो वो वो अपना बयान वापस लेती हैं!