भारत सरकार के द्वारा हाल ही में 3 नई कृषि कानून लेकर आए गए हैं और ऐसे में इन तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर काफी लंबे समय से विरोध चल रहा है लेकिन अब इस विरोध के बीच एक बड़ी खबरें सामने आ गई! दरअसल किसानों के आंदो लन में बड़ी दरार पड़ती ही नजर आ रही है! इसका यही कारण है कि निहंगओ के द्वारा बुलाई जा रही महापंचायत किसान आंदो लन से मिल रही ताजा अपडेट के अनुसार अपने निहंगों ने 27 अक्टूबर को महापंचायत को बुलाया है!
दरअसल हाल ही में एक युवक की ह त्या हुई जिसके बाद निहंग ने उस स्थान से वापस लौटने या रुकने को लेकर बहुमत के आधार पर फैसला करने की तैयारी करनी है इसके लिए निहंगों ने जनमत संग्रह करवाने का भी फैसला लिया! वहीं इसी के सिलसिले में 27 अक्टूबर को कुंडली बॉर्डर पर महापंचायत होने हैं इसको धार्मिक एकता नाम दिया गया है और इस बैठक में जनमत संग्रह के आधार पर ही फैसला लिया जाएगा कि उनको इन कानूनों के विरोध में वापस जाना चाहिए या नहीं! वही पुलिस कार्यवाही पर भी मंथन किया जाएगा!
वहीं दूसरी ओर निहंग बाबा राजा राम सिंह का कहना है कि वह कुंडली बॉर्डर पर किसानों की हिफाजत करने के लिए बैठे हैं! हमेशा से वह प्रद र्शन में किसानों एवं सिखों की हिफाजत करते आए हैं! अब 27 अक्टूबर को होने वाली महापंचायत में शिक्षकों के बुद्धिजीवियों के अलावा संगत भी शामिल होगी! इसमें हरियाणा एवं पंजाब के निहंग शामिल होंगे, यहां पर महापंचायत में निहंग जो भी फैसला लेंगे उसे पूरी संगत मानेगी!
वही राजा राम सिंह का यह भी कहना है कि हम भागने वालों में से नहीं हैं जो हमने किया है उसे खुलेआम स्वीकार कर रहे हैं! अदालत में हमारे साथियों ने स्वीकार किया है कि हमने ही ह त्या की है हमने खुद ही पुलिस के सामने सरेंडर किया है! वहीं दूसरी ओर इसके साथ ही उन्होंने एसकेएम नेता योगेंद्र यादव पर भी निशाना साधा है!
उन्होंने कहा है कि योगेंद्र यादव को SKM ने सिर पर चढ़ाया हुआ है वह बीजेपी एवं आरएसएस का बंदा है उनके सामने आकर जवाब देकर दिखाएं संयुक्त किसान मोर्चा ने बिना पूरा मामला जाने ही खुद को ऐसे अलग कर लिया है जैसे निहंग अप राधी! वहीं पुलिस ने धर्म के मामले को समझे बिना ही कार्यवाही शुरू कर दी हम ना तो धर्म के साथ बेअदबी बर्दाश्त करेंगे और ना ही किसी को मनमाना दखल! इस सभी मुद्दों पर 27 अक्टूबर को फैसला होगा संगत फैसला करेगी तो निहंग वापस चले जाएंगे संयुक्त किसान मोर्चा सोचले निहंग के जाने के बाद उनकी हिफाजत करने वाला नहीं बचेगा!