मुस्लिमों ने नैनीताल के सरना में दलित समुदाय के लोगों से 23,760 स्क्वायर फ़ीट जमीन खरीदी

उत्तर प्रदेश के बाद एक और राज्य ऐसा है जो कि काफी सुर्खियों में रहता नाम है उत्तराखंड! उत्तराखंड के अंदर एक जमीन को बेचे जाने का मामला सामने आया है! मालूम चला है कि 22 से यही सितंबर को एक समुदाय विशेष के लोगों ने sc-st समुदायिक लोगों से एक बड़ी जमीन की टुकड़ी खरीदी है लेकिन राज्य के कानून के हिसाब से कलेक्टर की अनुमति के बिना यह तो संभव ही नहीं है!

वहीं यह भी मालूम चला है कि इस मामले में एक उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं यह मामला न नैनीताल के शर्मा गांव का है जहां पर दलितों से उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और संभल के मुस्लिमों ने बड़ी मात्रा में जमीन खरीदी है! अज्येंद्र अजय के अनुसार 2 दिनों में कुल 13 सृष्टि हुई है लेकिन राज्य का कानून कहता है कि sc-st समुदाय के लोगों की जमीन को कलेक्टर के आदेश के बाद ही खरीदा या बेचा जा सकता है!

उन्होंने बताया है कि इस मामले में कुछ स्थानीय लोगों ने उनसे संपर्क किया था जिन्होंने बताया है कि बड़ी चालाकी से इस जमीन को कृषि योग्य से गैर कृषि योग्य बना दिया गया है उन्होंने बताया है कि जमीन के मालिक जो कि sc-st समुदाय के हैं उनसे जमीन की खरीद के लिए धम की और लालच का सहारा लिया गया है! यहां तक कि जमीन मालिकों की पत्नियों ने भी इस मामले पर आपत्ति जताते हुए शिकायत दर्ज करवाई है!

उन्होंने बताया है कि इस जमीन के बिकने से उनके परिवारों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है वही उस जमीन पर इन्होने लोन भी ले रखा था ऐसे में लोगों का कहना है कि जमीन पर कई पाटनर ओ का मालिकाना हक था लेकिन खरीदे जाने से पहले सबकी सहमति नहीं ली गई उन पार्टनर ने भी आपत्ति जताते हुए कलेक्टर के दफ्तर में शिकायत दायर की है वहीं इसके अलावा अजयेन्द्र ने इस जमीन की खरीद के लिए दी गई रकम का भी मुद्दा उठाया है!

उन्होंने बताया है कि इस जमीन की बाजार में वैल्यू को वास्तविक मूल्य से 10% कम करके ही दिखाया गया इसके लिए पेमेंट भी केस में किया गया था वही इसलिए संडे पैदा होता है कि जमीन खरीदी किसने! इसके पीछे कुछ गुप्त रोग या संगठन भी हो सकते हैं बीजेपी नेता ने बताया है कि स्थानीय लोग बाहर के लोगों के नाम रजिस्ट्री करने में सहज नहीं है और समुदाय विशेष के लोगों के द्वारा बड़ी संख्या में जमीन खरीदने यहां की डेमोग्राफी पड़ सकता है!

स्थानीय लोग उत्तराखंड को देवभूमि मानते हैं जहां पर बड़ी संख्या में मंदिर और मठ है! ऐसे में मुस्लिम समाज के लोगों के द्वारा यहां बड़ी संख्या में जमीन खरीदना परेशानी का सबब बन सकता है वही अजयेन्द्र अजय ने आगे बताया है कि उत्तराखंड 2 देशों के साथ अपनी सीमा शेयर करता है ऐसे में यहां इस तरीके की करतूतों का बढ़ना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी बड़ा मुद्दा बन सकता है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आग्रह है कि वह जमीन कानूनों को और कड़ा बनाएं!

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