High Court gave a big order regarding Azadpur Park: प्रयागराज से इस समय की बड़ी खबर सामने आ रही है जहां हाईकोर्ट ने एक बड़ा फैसला ले लिया है! दरअसल हाईकोर्ट की सख्ती के बाद जिला प्रशासन के अफसर सक्रिय हो गए और रविवार को अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क में अ वैध कब्जा खाली करवाने के लिए पहुंचे हैं! ऐसे में आजाद पार्क में अफसरों ने पहुंचकर नाव करवाई तो बवाल हो गया! बाद में वहां पर काबिज लोगों ने खुद से कब्जा हटाने को कहा तो मामला अभी शांत हुआ है अधिकारियों ने कहा है कि अवैध कब्जा नहीं हटा तो सख्ती से उसको हटा दिया जाएगा!
ऐसे में आजाद पार्क में बने मजार और मंदिर बना लिए गए हैं इसके अलावा वहां पर बना एक क्लब भी आजाद पार्क का हिस्सा है लेकिन उस पर दूसरे लोग काबीज हैं! ऐसे में हाई कोर्ट ने 1999 में आजाद पार्क से अ वैध कब्जा हटाने का आदेश दिया था उसके बावजूद वहां से कब्जा नहीं हटाया गया!
ऐसे में कब्जा हटाने के प्रति लापरवाही बरती गई इसलिए धीरे-धीरे से कब्जा बढ़ता ही चला गया! आजाद पार्क में अ वैध कब्जे को लेकर दायर जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने 1 अक्टूबर को तल्ख टिप्पणी की है साथ ही आदेश दिया है कि 5 अक्टूबर को जिम्मेदार अधिकारी आजाद पाल के दस्तावेज के साथ पेश हो! इसके बाद जिले के तमाम अफसर सक्रिय हुए!
रविवार को अवकाश होने के बावजूद अपराह्न में आयुक्त संजय गोयल, डीएम संजय कुमार खत्री, पीडीए वीसी अरविंद चौहान, एसएसपी उत्तम त्रिपाठी, उद्यान अधीक्षक उमेश उत्तम आदि मौके पर पहुंचे! पुलिस बल के साथ आजाद पार्क पहुंचे अधिकारियों ने वहां अ वैध कब्जे की माप शुरू की!
बताया जा रहा है कि मकबरे, मंदिर और क्लब के निर्माण में अ वैध कब्जा किया गया है! वहां मौजूद लोगों ने अपने दस्तावेज दिखाए लेकिन अधिकारियों ने कहा कि जो भी अ वैध कब्जा है, उसे जल्द से जल्द हटाया जाए! फिलहाल अधिकारियों ने अ वैध कब्जे को चिन्हित कर लिया है! मौके पर मौजूद अ वैध कब्जा धारियों ने उसे खुद नीचे उतारने का आश्वासन दिया! इसके बाद अधिकारी लौट गए!
कहा कि अगर अ वैध कब्जा नहीं हटाया गया तो जेसीसी को लगातार हटाया जाएगा! इसके बाद शाम को डीएम ने आजाद पार्क में अ वैध कब्जे को हटाने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की! चूंकि 5 अक्टूबर को कोर्ट में जवाब देना है, इसलिए उससे पहले आजाद पार्क पर कब्जा कर लिया जाएगा! इसको लेकर डीएम कार्यालय में देर रात तक बैठक चलती रही!