अभी हाल ही में सीनियर आईएएस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ जिसके बाद से वह सुर्खियों में बने हुए हैं! वहीं दूसरी ओर वीडियो के सामने आ जाने के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने इस को काफी गंभी रता से ले लिया है और इसकी जांच एसआईटी को सौंप दी है!
वहीं इससे पहले कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने एडिशनल डीसीपी सोमेंद्र मीणा को इफ्तखारुद्दीन के खिलाफ जांच का मामला सौंपा था लेकिन मामले के तूल पकड़ने के बाद एसआईटी से जांच कराने का फैसला लिया गया है!
ऐसे में उत्तर प्रदेश की सरकार का कहना है कि कानपुर के आईएएस इफ्तखारुद्दीन के मामले में शासन के द्वारा एसआईटी से जांच कराने के आदेश दे दिए गए हैं एसआईटी के अध्यक्ष दीजिए सीबीसीआईडी जीएल मीना होंगे एवं सदस्य एडीजी जोन भानु वास्तव होंगे एसआईटी अपने रिपोर्ट को 7 दिन में शासन को प्रेषित करेगा!
कानपुर के आईएएस इफ्तखारुद्दीन के मामले में शासन द्वारा एसआईटी से जांच के आदेश दिए गए हैं। एसआईटी के अध्यक्ष डीजी सीबीसीआईडी जीएल मीणा होंगे एवं सदस्य एडीजी ज़ोन भानु भास्कर होंगे। एसआईटी अपनी रिपोर्ट 7 दिन में शासन को प्रेषित करेगा: उत्तर प्रदेश सरकार
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 28, 2021
वही आपको बता दें कि कानपुर के वरिष्ठ अधिकारी ने अपने सरकारी आवास पर धर्म परि वर्तन की पाठशाला का ऑडियो वायरल किया था! वही इस पाठशाला के अंदर कुछ मनगढ़ंत कहानियां भी सुनाई गई थी और सरकारी आवास में एक धर्मगुरु के साथ कुछ लोगों के सामने इस्लाम धर्म अप नाने के फायदे भी बताए जा रहे थे!
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