जैसा कि हर किसी को मालूम है कि देश के अंदर पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं और ऐसे में अब लोग सीएनजी वाहनों की ओर ज्यादा झुकाव रख रहे हैं अब इस को लेकर एक नया मोड़ देते हुए भारत सरकार ने सीएनजी और एलपीजी किट के रेट्रो फिटमेंट के लिए संशोधन करने की अनुमति भी दे दी है! दरअसल सरकार की तरफ से यह संशोधन बीएस6 डीजल और पेट्रोल इंजन को 3.5 टन से कम वजन वाले सीएनजी और एलपीजी इंजन से बदलने के लिए किया जाएगा! कितनी पढ़ी-लिखी है मुकेश अंबानी की लाडली बेटी ईशा अंबानी, सुनकर उड़ जाएंगे होश
सीएनजी होती है कम हानिकारक
दरअसल सरकार ने अपनी घोषणा में रिट्रोफिटिंग की जोड़ी आवश्यकता को रेखांकित किया है वहीं इसके अंदर बताया गया है कि पेट्रोल और डीजल इंजन की तुलना में सीएनजी पर्यावरण के लिए भी कम हानिकारक होती है और यह कार्बन मोनोऑक्साइड हाइड्रोकार्बन पार्टिकुलेट मैटर और दुबे के उत्सर्जन को कम करता है यह आपको बता दें कि केवल bs4 उत्सृजन मानदंडों के तहत मोटर वाहनों में सीएनजी और एलपीजी किट के रेट्रो फिटमेंट की अनुमति है!
जब पुरानी गाड़ियों की आरसी हुई रद्द तब आया यह फैसला
दरअसल दिल्ली में 15 साल से भी ज्यादा पुराने पेट्रोल की गाड़ियों और 10 साल से ज्यादा पुराने डीजल की गाड़ियों पर इलेक्ट्रिक किट के रेट्रो फिटमेंट की अनुमति दी गई थी और यह फैसला उस समय लिया गया जब सरकार ने प्रदूषण को कम करने के लिए सभी पुरानी गाड़ियों की आरसी रद्द करने की घोषणा कर दी थी वहीं सड़क परिवहन एवं हाईवे मंत्रालय के नोटिफिकेशन के अनुसार रिट्रोफिटिंग की मंजूरी देना आज की मांग है इसकी वजह तो यह है कि सीएनजी खावे पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाती है तो वही पेट्रोल और डीजल से चलने वाली वाहन पर्यावरण के लिए हानिकारक होते हैं!
हितधारकों से टिप्पणियां एवं सुझाव
वही इस ड्राफ्ट में 30 दिनों की अवधि के अंदर संबंधित हित धारकों से टिप्पणी और सुझाव भी मांगे गए हैं ऐसे में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि डीजल और पेट्रोल पर चलने वाले मौजूदा वाहनों की जगह हरित ईंधन और बिजली से चलने वाले वाहन होंगे! यहां बता दें कि हाल ही में उन्होंने यह तक कहा था कि यदि हम जैव ईंधन के साथ डीजल को प्रतिस्थापित नहीं करते हैं तो देश का कच्चा तेल का आयात बिल अगले 5 सालों में 2500000 करोड रुपए हो जाएगा!