शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत और पाकिस्तान के बीच शब्दों के बाद चले लेकिन भारत के एक सिपाही ने पाकिस्तान के वजीर को मात दे दी! पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के दौरान भारत पर लगाए अनर्गल आ रोप, तब संयुक्त राष्ट्र में मौजूद यह भारतीय अधिकारी बेटी के साथ नहीं रह सका और भारत की इस बेटी ने पाकिस्तान के वजीर-ए- आजम जिसे वो जिंदगी भर याद रखेंगे। भारत की इस बेटी की आज पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है.
अफसर बेटी…स्नेहा दुबे
हर तरफ पाकिस्तान ने इस बार भी संयुक्त राष्ट्र में वही पुराना कश्मीर राग छेड़ा। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा एक बार फिर वैश्विक मंच पर कश्मीर का मुद्दा उठाए जाने के बाद भारतीय अधिकारी बेटी स्नेहा दुबे ने उन्हें जमकर फट कार लगाई। स्नेहा दुबे संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की पहली सचिव हैं और उन्होंने आतं कवाद से लेकर पाकिस्तान तक हर दुष्प्र चार को कड़े शब्द कहे हैं।
Watch: India exercises its right of reply at the #UNGA @AmbTSTirumurti @MEAIndia @harshvshringla pic.twitter.com/YGcs28fYYa
— India at UN, NY (@IndiaUNNewYork) September 25, 2021
राइट टू रिप्लाई के अधिकार का उपयोग
संयुक्त राष्ट्र में भारत की पहली सचिव स्नेहा दुबे ने राइट टू रिप्लाई राइट का इस्तेमाल करते हुए इमरान खान द्वारा लगाए गए सभी आ रोपों का कड़े शब्दों में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, जहां आतं कवादियों का स्वतंत्र शासन है, उसके पिछले हिस्से में पाकिस्तान आतं कवादियों को पनाह देता है और पाकिस्तान प्रायोजित आतं कवाद पूरी दुनिया की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक बड़ा ख तरा है।
कौन हैं स्नेहा दुबे?
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान पर शेरनी की तरह दहा ड़ने वाली स्नेहा दुबे ने पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली थी और 2012 बैच की अधिकारी हैं। उन्हें भारतीय विदेश सेवा में काम करने का अवसर मिला और उन्हें भारतीय विदेश मंत्रालय में नियुक्त किया गया। वर्ष 2014 में, उन्हें मैड्रिड में भारतीय दूतावास भेजा गया था और वर्तमान में वह संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत के प्रथम सचिव के रूप में तैनात हैं।
विदेश सेवा में शामिल होने का निर्णय
रिपोर्ट के मुताबिक स्नेहा दुबे को शुरू से ही अंतरराष्ट्रीय मामलों में दिलचस्पी थी और इसी वजह से उन्होंने भारतीय विदेश सेवा में काम करने का फैसला किया. उन्होंने जवाहरलाल विश्वविद्यालय में अध्ययन किया, जहां उन्होंने एमए और एमफिल की डिग्री हासिल की। उनकी प्रारंभिक शिक्षा गोवा में हुई और फिर उन्होंने पुणे के फर्ग्यूसन कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। एक बार स्नेहा दुबे ने कहा था कि उनके परिवार का कोई भी सदस्य भारतीय सिविल सेवा में नहीं है और उनके पिता एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में काम करते हैं, जबकि स्नेहा की माँ एक शिक्षक हैं और भाई एक व्यवसाय चलाते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत के प्रतिनिधि
एक साधारण भारतीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली स्नेहा दुबे आज अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं और जिस तरह से उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को धोया है, उसे भूल पाना पाकिस्तान के लिए संभव नहीं होगा. इसके साथ ही स्नेहा दुबे की आक्रा मकता ने तय किया है कि आने वाले समय में भारत की विदेश नीति कैसी रहने वाली है और भारत किस तरह से दुश्मन देशों को किसी भी मंच पर जवाब देने जा रहा है.
कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है
संयुक्त राष्ट्र के मंच पर भारतीय अधिकारी बेटी ने दहा ड़ते हुए कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है और रहेगा। उन्होंने विश्व मंच पर पाकिस्तान को चेतावनी दी और कहा कि पाकिस्तान को कश्मीर के उस हिस्से को तुरंत खाली कर देना चाहिए जिस पर उसने अ वैध रूप से कब्जा कर रखा है। स्नेहा दुबे ने कहा कि हम पाकिस्तान से भारत की उस जमीन को तुरंत खाली करने की मांग करते हैं, जिस पर उसने अ वैध कब्जा किया हुआ है.