आज हम बात करेंगे टोक्यो ओलंपिक में कुश्ती में कांस्य पदक जीतने वाले पहलवान बजरंग पूनिया की ,जिन्होंने अभी हाल ही में अपने ऑफिशियल ट्विटर के अकाउंट पर एक IPS अधिकारी की फोटोज को सबके साथ शेयर किया है। और इतना ही नहीं इन्होने इसके साथ उस IPS अधिकारी की खूब जमकर सराहना भी की है। आइये अब हम आपको इस IPS अधिकारी के बारे में बताते है इनका नाम है संतोष मिश्रा।और बजरंग पूनिया ने इन तस्वीरों को शेयर करते हुए अपने कैप्शन में यह लिखा है कि, ‘इन्होंने सिर्फ हमारे देश के लिए 50 लाख रुपये वाली विदेशी नौकरी को तक छोड़ दिया था।’ ये भी पढ़े- चाची 420 की छोटी बच्ची आज बन गई है बॉलीवुड की बड़ी हिरोहीन,क्या आप पहचानते हो।
उसके बाद बजरंग पूनिया ने अपने इस पोस्ट के साथ ही और दो तस्वीरें भी शेयर की हैं। जिसमें की हमे ये IPS अधिकारी सरकारी स्कूल के बच्चों को बहुत ही अच्छे तरीके से पढ़ाते हुए भी नजर आ रहे हैं। बजरंग पूनिया के इस पोस्ट के मुताबिक,हम ये समझ सकते हैं कि IPS संतोष मिश्रा कैसे अपने सारे दिन काम के बाद बाकी बचा हुआ समय को गरीब, लाचार और आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को शिक्षित करने में ही लगा देते हैं। हम आपको बता दें कि उन्होंने अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में 50 लाख रुपये के सैलरी वाली अपनी नौकरी को छोड़कर अपने देश के लिए काम करने का सोच।इसके बाद ही वह भारत में आकर लोगों की भलाई करने में जुट गए।
आइये अब जानते है की कौन हैं IPS संतोष मिश्रा:-
हम आपको बता दें कि संतोष मिश्रा अभी इस समय उत्तर प्रदेश के एक गोंडा जिले में SP के पद पर निर्वाचित हैं। और इतना ही नहीं वह ट्विटर पर भी काफी ज्यादा पॉपुलर हैं। बिहार के रहने वाले इस संतोष मिश्रा को साल 2012 के बैच में IPS अधिकारी का पद मिला। उन्होंने इसके पहले साल 2011 में ही उ US से सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी को छोड़ दिया । हम आपको बता दें कि उस समय अमेरिका में उनकी सैलरी 50 लाख रुपये की थी। इसके बाद ही उन्होंने सिविल सर्विस की तैयारी को किया और पहले ही प्रयास में देश के सबसे बड़े एग्जाम UPSC को पास कर वो एक IPS अधिकारी बन गए।
IPS संतोष मिश्रा अपने बारे में बताते है कि ,वह पटना जिले के रिटायर्ड आर्मी मैन के बेटे हैं। अपनी 10वीं और 12वीं की पढ़ाई को बिहार के स्कूल से पास करने के बाद ही उन्होंने पुणे यूनिवर्सिटी से मकैनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री को हासिल किया। इसके बाद फिर उनका सिलेक्शन यूरोप की एक बड़ी कंपनी में हो गया था। 4 साल तक यूरोप में नौकरी करने के बाद वह यूएस चले गए। वहां पर फिर उन्होंने सात साल तक काम करने के बाद दुबारा अपने देश भारत वापस लौट आए। दरअसल,बात ये थी कि उनका मन तो देश की सेवा करने में ही बस लगा हुआ था, इसलिए उन्होंने 50 लाख के सालाना पैकेज को भी छोड़कर भारत वापस आ गए।
खाली समय में पढ़ाते हैं बच्चों को संतोष मिश्रा :-
संतोष मिश्रा को जब पूरे दिन काम करने के बाद अपने खाली समय मिलता है तो वह उस समय जुट जाते है सरकारी स्कूल के बच्चों को पढ़ने के लिए। वह एक बार की घटना को बताते हुए कहते हैं कि एक बार वह जब एक प्राइमरी स्कूल के बच्चों को पढ़ाने के लिए पहुंचे थे, तब एक बच्चे ने उनसे जलेबी खाने की इच्छा को जताई थी। इसके बाद तुरंत ही उन्होंने उन सब बच्चों के लिए जलेबी मंगवाई थी। वह ये कहते हैं कि बच्चों के साथ उनको बहुत ही ज्यादा मजा आता है। वह अपने इस समाज के लिए कुछ अच्छा करना चाहते हैं।