Himanta Sarkar removed Rajiv Gandhi’s name from Orang National Park: हिमंता बिस्वा सरमा जब से असम राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं तभी से सुर्खियों में रहे हैं! उन्होंने ओरांग राष्ट्रीय पार्क से कांग्रेस नेता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम का साइन बोर्ड हटा दिया है और इसे ओरांग टाइगर रिजर्व के नाम से अब जाना जाएगा! वीरवार की सुबह यानी कि 2 सितंबर की सुबह इस पार्क के प्रवेश के द्वार पर नया नाम लगा दिया गया है!
ऐसे में बताया यह जा रहा है कि सरकार का यह फैसला स्थानीय आदिवासी और चाय जनजाति समुदाय की मांग पर संज्ञान लेते हुए लिया गया है! साल 2001 में तत्कालीन तरुण गोगोई के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने इस उद्यान का नाम बदलकर राजीव गांधी ओरांग राष्ट्रीय उद्यान कर दिया था!
ऐसे में असम के वन एवं पर्यावरण मंत्री एस परिमल ने रविवार को पार्क के प्रवेश द्वार का उद्घाटन किया और इसमें प्रवेश द्वार का नाम और आग टाइगर रिजर्व लिखा गया है!
असम राज्य का एक पर्यावरण ग्रुप, अरण्य सुरक्षा समिति एक लंबे समय से मुख्यमंत्री से इस के नाम से राजीव गांधी को हटाकर ओरांग राष्ट्रीय उद्यान रखने का आग्रह कर रही थी तो हाल ही में अरण्य सुरक्षा समिति के महासचिव डॉ हरि चरण दास ने इस विषय में 13 अगस्त को असम के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा था!
वहीं दूसरी ओर असम के कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने असम सरकार के इस कदम को अप मान जनक कहा है! उनका कहना है कि यह केवल असम के बारे में ही नहीं बल्कि यह पूरे देश में हो रहा है! गौरव गोगोई का कहना है कि जवाहरलाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी, राजीव गांधी तक कांग्रेस पार्टी से आए देश के प्रधानमंत्रियों का यह अनादर किया जा रहा है!
वहीं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके समर्थकों पर आ रोप लगा दिया है कि बीजेपी के द्वारा इन कांग्रेस नेताओं के योगदान को लगातार कम करके आंका जा रहा है!