सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने महाराष्ट्र की सरकार के रवैये के ऊपर सवाल खड़े कर दिए हैं! उन्होंने महाराष्ट्र की महा विकास आघाडी सरकार से सवाल पूछा है कि जब राज्य के अंदर सभी बार और पब खुले हुए हैं तो ऐसे में मंदिरों को बंद रखने का क्या तुक है? इस बीच उन्होंने ऐलान किया है कि यदि मंदिरों को बंद रखे जाने के विरुद्ध आंदो लन शुरू होता है तो वह उसका समर्थन करेंगे!
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने महाराष्ट्र की सरकार का ध्यान शराब की दुकानों के बाहर लगी हुई लंबी लाइनों की तरफ भी दिलवाया है! हाल ही में कुछ लोगों ने अन्ना हजारे से मुलाकात कर उनको बताया है कि पैसे मंदिरों के साथ उद्धव ठाकरे की सरकार भेदभाव कर रहे हैं! अन्ना हजारे ने पूछा कि राज्य सरकार मंदिरों को क्यों नहीं खोल रही? आम जनता के लिए मंदिरों को खोने भी सरकार को क्या खतरा नजर आ रहा है?
वहीं अन्ना हजारे ने कहा कि यदि कोरोनावायरस के दिशा निर्देश इसका कारण है तो फिर शराब की दुकानों के सामने इतनी बड़ी संख्या क्यों लग रही है?
Social activist Anna Hazare has threatened the Maharashtra government with a public agitation if temples are not opened in the state. "If bars can be opened, why not temples?" he asked the state government.#Maharashtra #ITCard | @sahiljoshiihttps://t.co/FO7dyZxAlD pic.twitter.com/Ueop2K2NAb
— IndiaToday (@IndiaToday) August 28, 2021
वहीं आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने भी अपने प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील के नेतृत्व में शंख नाद आंदो लन की शुरुआत किए हैं! उनका कहना है कि पिछले 15 महीनों में कई बार महाराष्ट्र की सरकार से मंदिरों को खोलने की मांग की गई थी लेकिन राज्य सरकार ने इस को अनसुना कर दिया है!