हाल ही में एक मीम वायरल हो रहा! मीम में एक वीडियो है जो इसाइओ के कार्यक्रम का लग रहा था! इस वीडियो के अंदर एक लड़का रोते हुए देखा जा रहा है! फिर एक आदमी उससे पूछता है कि क्या उसकी बहन पहले बोल सकती थी लड़का नहीं! फिर उससे पूछा जाता है कि क्या वह अब बोल सकती हैं और इस बार वह कहता है हां! इसके साथ ही बैकग्राउंड में गाना बजता है मेरा यशु यशु!
अब इस वीडियो पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने संज्ञान ले लिया है! एनसीपीसीआर का कहना है कि उन्हें एक वीडियो ट्विटर लिंक मिला है जिसके अंदर पादरी बजिंदर सिंह को एक लड़के के साथ विचित्र अंधविश्वास का कारनामा करते हुए देखा जा सकता है! वीडियो के अंदर बच्चे को रोते हुए देखा गया है जिसमें बच्चे और पादरी दोनों की बॉडी लैंग्वेज काफी असामान्य लग रही है!
Thanks to @KanoongoPriyank, @NCPCR_ for taking the required action against Pastor Baljinder Singh for using a minor boy for missonary's conversion activity. pic.twitter.com/ExeuCfaCHk
— Anshul Saxena (@AskAnshul) August 29, 2021
ऐसे में शिकायत करने के बाद एनसीपीसीआर ने अपनी जांच में यह पाया कि यह वीडियो सोशल मीडिया में पादरी बजिंदर सिंह के नाम से उपलब्ध है! बजिंदर सिंह THE CHURCH OF GLORY AND WISDOM में पादरी है। यह चर्च चंडीगढ़ में स्थित है।
एनसीपीसीआर ने अपने बयान में कहा है कि प्रथम दृश्य है यह प्रतीत होता है कि यह वीडियो अंधविश्वास को बढ़ावा देने के लिए फैलाया जा रहा है और इसके लिए बच्चे का इस्तेमाल करना किशोर न्याय अधिनियम 2015 का उल्लंघन है! वहीं इसके अलावा वीडियो में कार्यक्रम के दौरान किसी ने मास्क भी नहीं पहना है जो कि भारत सरकार के द्वारा दिए गए प्रोटोकॉल का उल्लंघन है!
ऐसे में आयोग ने सीपीसीआर एक्ट 2015 की धारा 13 (1) (j) के तहत संज्ञान लिया! वही आयोग ने इस पूरे मामले में चंडीगढ़ के डिप्टी कमिश्नर को मामले की जांच कर 7 दिनों इस संबंध में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट पेश करने का भी अनुरोध किया है!