अफगानिस्तान में तालिबान अचानक से नहीं आ गया है बल्कि इसके पीछे काफी कुछ तो हुआ है जो कि घटित हुआ और यह हम लोगों ने अपने से होते हुए भी देख रहे हैं कहीं ना कहीं जब तालिबान पावर में आया था तो उसने दुनिया के कई देशों से कुछ वादे किए थे जैसे वह मानव अधिकारों को क्षति नहीं पहुचायेगा और बाकी देशों के नागरिकों को उससे कोई भी खतरा नहीं होगा, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि वह अपने वादों से पलट चुका है और और पार्टी मीटिंग में भी ऐसा ही उसका रवैया नजर आ रहा है!
मीडिया रिपोर्ट की जानकारी के अनुसार भारत सरकार ने हाल ही में जो ऑल पार्टी मीटिंग तालिबान और अफगानिस्तान के मुद्दे पर रखी थी उसके अंदर विदेश मंत्री की ओर से सभी दलों को यह जानकारी दी गई थी कि कतर की राजधानी दोहा में बैठकर तालिबान ने जो भी कुछ वादे किए थे उस पर वह बिल्कुल भी खरा नहीं उतरा है और आज की तारीख की अगर बात की जाए तो अफगानिस्तान की स्थिति काफी ज्यादा खराब है!
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा है कि अभी भारत केवल वेट एंड वॉच की स्थिति में आया हुआ है आगे हमें क्या करना है यह हम बाद में फैसला करेंगे क्योंकि अभी के लिए हमारा फोकस केवल और केवल अफगानिस्तान में जो भी भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं! उसको निकालने पर है भारत सरकार ने ना केवल भारतीय नागरिकों को बल्कि कई अफगान के हिंदू और सिख समुदाय के नागरिकों को भी बाहर निकाला है!
अभी के लिए अफगानिस्तान से आए और हिंदू को भारत में शरण दी गई है और यह कब तक के लिए हो सकती है जब तक कि शायद अफगानिस्तान में फिर से लोकतंत्र नहीं आ जाता अभी के लिए चीजें हाथ में नहीं है और भारत की नहीं बल्कि दुनिया भर की सरकार इनको लेकर काफी अचंभित है! अभी जो भी कुछ होगा उसके लिए सरकार और सेना दोनों ही पूरी तरीके से तैयार है और ऐसे में सरकार हर एक फैसला पास फास्टट्रैक ले रही है!