अफगानिस्तान की कई शरणार्थी ने नई दिल्ली में संयुक्त राष्ट्र हाई कमिश्नर फॉर रिफ्यूजीस के सामने विरोध करना शुरू कर दिया उन्होंने मांग कर डाली है कि सभी शरणार्थीयों को रिफ्यूजी कार्ड दिए जाए! साथ ही उन्होंने किसी विकासशील देश में उनको बसाई जाने की योजना लाने की भी मांग की है! अपने मुल्क में तालिबान से बचकर आए अफगान शरणार्थियों ने यूनाइटेड नेशन कमिश्नर फॉर रिफ्यूजीस एवं भारत सरकार से सुरक्षा का आश्वासन भी मांगा है!
भारत में अफगानिस्तान शरणार्थियों के प्रमुख अहमद जिया गनी ने इस मामले में बात करते बताया है कि देश में फिलहाल 21000 अफगान शरणार्थी हैं! उन्होंने यह भी कहा है कि अब इनके पास अपने मुल्क लौटने का कोई रास्ता ही नहीं बचा है! उन्होंने कहा है कि अब शरणार्थियों के पास नौकरी एवं शिक्षा जैसी सुविधाएं नहीं हैं उन्होंने लोंग टर्म वीजा की मांग की है! भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस पर कहा है कि भारत में आने वाले शरणार्थियों को ई-वीजा दिया जाएगा!
अब ऐसी स्थिति में भारत सरकार यहां आने की इच्छा रखने वालों को आपात स्थिति के तहत वीजा प्रदान कर सकते हैं जो पहले 6 महीने के लिए याद रहेगा! ऑनलाइन याचिकाओं पर नई दिल्ली ने विचार किया जाएगा! हालांकि भारत में यूएन रिफ्यूजी कन्वेंशन पर हस्ताक्षर नहीं किए थे!
Delhi | There are more than 21,000 Afghan refugees in India. There is no reason to return to Afghanistan now: Ahmad Zhia Ghani, Head of the Afghan community in India pic.twitter.com/zh1fPBNjmY
— ANI (@ANI) August 23, 2021
वही अफगान शरणार्थी जरीफा का कहना है कि हम 2016 में यहां पहुंचे थे हम कनाडा में फिर से बचना चाहते हैं मैं पढ़ना चाहती हूं अब अफगानिस्तान वापस जाना हमारे लिए संभव नहीं है तालिबान हमारी ह त्या कर देगा! वही एक और शरणार्थी मसला का कहना है कि वह अमेरिका में फिर से बचना चाहती हैं वह अपने परिवार के साथ पिछले 7 सालों से भारत में रह रही हैं!