The Assam government has announced to give 15000 to the temple priests in the state: असम की सरकार के मुख्यमंत्री भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की राह पर चलते हुए नजर आ रहे हैं! यह बात हम नहीं बल्कि सोशल मीडिया कह रहा है! दरअसल, असम सरकार के फैसले ने यह बात कहने के लिए मजबूर कर दिया है! असम सरकार ने राज्य में मंदिर के पुजारियों को 15000 देने की घोषणा की है!
सरकार के 100 दिन पूरे हो जाने के साथ साप्ताहिक मंत्रिमंडल ने मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की अध्यक्षता में आज कुछ महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं जिनका उद्देश्य शासन को जमीनी स्तर पर ले जाना है गरीबों को अधिक राहत प्रदान करना है राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार शिक्षा क्षेत्र के अंदर सुधार करना और कार्बन उत्सर्जन के खिलाफ वैश्विक अभियान में शामिल होना आदि है!
इस बात की चर्चा सोशल मीडिया पर भी चल रही है ऐसे में सोशल मीडिया पर जनार्दन मिश्रा ने इस खबर को शेयर करते हुए लिखा है कि असम के मुख्यमंत्री योगी जी के पद कदमों पर चल रहे हैं उनका एक और बेहतरीन फैसला देखो अब असम सरकार मंदिर के पुजारियों को हर महीने ₹15000 का भुगतान करेगी सेक्यूलर सरकारी मौलाना मूल्यों को तनखा बाटती है यह हमने देखा है पुजारियों के लिए पहली बार ऐसा हुआ है!
असम के CM योगी जी के पथ कदमों पर चल रहे हैं,, उनका एक और बेहतरीन निर्णय देखो
अब असम सरकार मंदिर के पुजारियों को हर महीने 15 हजार रुपये का भुगतान करेगी.. सेक्युलर सरकारें मौलाना मौलवियों को तनखाह बांटती है ये हमने देखा है,, पुजारियों के लिए पहली बार हुआ है
सनातनी वोटों की कीमत
— Janardan Mishra (@janardanmis) August 20, 2021