एक तरफ भारत अपने 75 वे स्वतंत्रता दिवस पर जश्न मना रहा था तो वहीं दूसरी ओर जामिया का छात्र आसिफ इकबाल अफगानिस्तान में तालिबानी शासन का खुलकर समर्थन कर रहा था! अपने साथियों से चर्चा करते हुए रविवार को उसने कहा कि मैं एक अच्छी खबर देना चाहता हूं, अशरफ गनी ने इस्तीफा दे दिया है! अल्लाह का शुक्रिया कि धीरे-धीरे ही सही लेकिन इस्लामिक एमिरेट ऑफ अफगानिस्तान यानी कि तालिबान का शासन स्थापित हो गया है हमें इस से प्रेरणा लेने और सीखने की जरूरत है कि कैसे आजादी के आंदो लन के लिए संघर्ष किया जाता है! वही इसमें इस बात पर भी चर्चा हो रही थी कि क्या भारत में मुस्लिम आजाद है?
वही इस ट्विटर स्पेस में शामिल रहे मोहम्मद तनवीर के ट्वीट से इस बात की पुष्टि हो जाती है कि चर्चा में दिल्ली दं गे का आ रोपी इकबाल मौजूद था वीडियो में यह मालूम चलता है कि बाकी सदस्यों के माइक्रोफोन ऑफ और तालिबान की तारीफ करते और अल्लाह का शुक्रिया करते हैं आसिफ इकबाल को सुना गया!
Listen to this
Note all these handles
And See what are they discussing
They are all Indian Handles
Quite disgusting & shameful
Arfa, Rana, Saba, Zainab, Farah, Seemi, Sayema & Swara … all think like this pic.twitter.com/Skq5Rd4qVD
— Flt Lt Anoop Verma (Retd.) 🇮🇳 (@FltLtAnoopVerma) August 15, 2021
इकबाल आजादी पाने के लिए तालिबान से प्रेरणा लेना चाहता है और संभवत यह वही जिन्ना वाली आजादी है जिसके स्लोगन का उपयोग नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के दौरान किया गया था! दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को दिए गए अपने बयान में इकबाल ने कबूल किया था कि वह भारत को इस्लामिक देश बनाना चाहता है! वही आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फरवरी 2020 में पूर्वोत्तर दिल्ली में हुए दं गों के साजि शकर्ता के रूप में इकबाल को यूएपीए के अंतर्गत हिरासत में लिया गया था!