दिल्ली एक बार फिर से सुर्खियों में बना हुआ है और इस बार जंतर-मंतर पर हो रहे विरोध के बाद बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस ने बीजेपी नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी उपाध्याय को गिर फ्तार कर लिया. आ रोप है कि उनके ‘भारत जोड़ो आंदो लन’ में मुस्लिम विरोधी नारे लगाए गए। इधर, इस आंदो लन में शामिल होने आए बिहार के साधु नरेशानंद पर गाजियाबाद के डासना स्थित शिव-शक्ति मंदिर में हम ला कर दिया गया.
जहां एक तरफ साधु नरेशानंद अस्पताल में जूझ रहे हैं तो वहीं अश्विनी उपाध्याय पुलिस की गिरफ्त में हैं. उनसे करीब 6 घंटे तक पूछताछ की गई। इस विरोध में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। उसने पहले ही प्रकरण से दूरी बना ली है और पुलिस से कहा है कि आपत्ति जनक नारे लगाने वालों से उसका कोई लेना-देना नहीं है। साथ ही उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
इस पर ‘इंडिया स्पीक्स डेली’ के संपादक संदीप देव ने अपनी बात रखी है. उन्होंने कहा कि 15 मिनट में हिंदुओं को खत्म करने की धम की देने वाले असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन जहां विधानसभा में बैठे हैं वहीं कोरोना फैलाने वाले मौलाना साद को मनाने के लिए खुद एनएसए अजीत डोभाल को जाना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत, जिनके आंदो लन में लाल किले पर खालि स्तानी झंडा फहराया गया था, अभी भी सीमा पर बैठे हैं और कोई भी उन्हें कुछ नहीं करता है।
इस दौरान उन्होंने हरियाणा के ‘किसान आंदो लन’ में रे प पर भी बात की. साथ ही उन्होंने पूछा कि जब ये लोग बचे हैं तो अश्विनी उपाध्याय को गिर फ्तार क्यों किया गया? उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार होती तो यह समझा जा सकता था कि यह हिंदुओं के खिलाफ है, लेकिन भाजपा सरकार में यह आश्चर्यजनक बात है। उन्होंने कहा कि पुलिस भी औपचारिक रूप से यह नहीं कह रही है कि गलती क्या है.