सोमवार को नीलेश जीवनी इंडिया है जिसमें कहा है कि वह लक्जमबर्ग स्थित दूरसंचार कंपनी SES के साथ साझेदारी करके पूरे भारत के अंदर सैटेलाइट आधारित ब्रॉडबैंड सेवाएं शुरू करने वाले हैं वही जियो स्पेस टेक्नोलॉजी लिमिटेड नामक एक संयुक्त उद्द्गम जियोस्टेशनरी और मीडियम अर्थ ऑर्बिट सेटेलाइट आदि के संयोजन का लाभ उठाकर ब्रॉडबैंड की सेवाओं की विकास का नेतृत्व किया जाएगा! वही जिओ कंपनी का कहना है कि मल्टी गीगाबिट लिंक और उद्गमओं, मोबाइल, बैक होल और रिटेल ग्राहकों को 100 जीबीपीएस की स्पीड प्रदान करने के लिए सक्षम होगी! फिल्मी दुनिया के मशहूर संगीतकार Bappi Lahiri आखिर क्यों इतना सोना पहनते थे, वजह जानकर हो जायेंगे हैरान…
वहीं दूसरी ओर हालांकि जिओ कंपनी की नई सेटेलाइट आधारित ब्रांड बेंड सेवा का कोई भी नाम नहीं है लेकिन यह एलोन मस्क के स्टार लिंक के लिए भी एक खतरा माना जा रहा है जो कि भारत के इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के घरों का रास्ता खोजने के लिए संघर्ष करता हुआ दिख रहा है! वही एलोन मस्क के स्टारलिंक ने पिछले ही साल भारत में ऑर्डर लेना भी पहले से शुरू कर दिया था लेकिन अपने इंटरनेट सेवाओं के लाइसेंस के संबंध में भारत सरकार के हस्तक्षेप करने के बाद कंपनी को अपना यह प्रोडक्ट लॉन्चिंग रोशनी पड़ गई थी! वहीं ऐसे में एलोन मस्क को झटका लगने के बाद इच्छुक उपयोगकर्ता को जो पहले से पैसे आर्डर के रूप में लिए गए थे उनको भी वापस करने पड़ गए थे!
स्टरलिंक ने भले ही भारत में अधिकारिक रूप से अपनी सेवा लांच नहीं की हो लेकिन इसने भारत के अपने इंटरनेट सेवा प्रदाताओं को पहले जीतने की दौड़ में सेटेलाइट आधारित रोड बैंड तकनीक को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक प्रोत्साहन तो दिया है वहीं एयरटेल ने भी पहले इस बात की घोषणा की थी कि उसने भारत में सेटेलाइट आधारित इंटरनेट सेवाएं प्रदान करने के लिए ह्यूजेस कम्युनिकेशंस इंडिया के साथ एक संयुक्त इंटरप्राइज बनाया है और जो इस क्षेत्र में एक लेटेस्ट अपडेट भी लेकर आ चुका है!